हिमखबर डेस्क
हिमाचल में राज्य सतर्कता एवं एंटी करप्शन ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। विजिलेंस ने परागपुर के ब्लॉक विकास अधिकारी (BDO) विरेंद्र कुमार को ₹10,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया।
अधिकारी पर आरोप है कि उन्होंने ग्राम पंचायत कडोआ की प्रधान रीना देवी से यह रिश्वत ₹1.5 लाख के सरकारी फंड को जारी करने के बदले मांगी थी।
प्रधान ने शिकायत में बताया कि खंड विकास अधिकारी ( BDO) ने पंचायत के निर्माण कार्य के लिए उपायुक्त कार्यालय, कांगड़ा द्वारा स्वीकृत फंड जारी करने के एवज में पैसे की मांग की थी।
महिला की शिकायत पर विजिलेंस ने जाल बिछाया और अधिकारी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधित) अधिनियम, 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। टीम ने जांच शुरू कर दी है और आगे की पूछताछ जारी है।
बताया जा रहा है कि गिरफ्तार खंड विकास अधिकारी की चल और अचल संपत्ति की भी जांच की जा सकती है। 2025 में राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की यह पहली बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है, जिससे सरकारी विभागों में हड़कंप मच गया है।