एसपी बद्दी ने बुलाई चहेते पत्रकारों की बैठक, पत्रकार संघ के अध्यक्ष और पत्रकारों के बीच हुई तीखी नोकझोंक

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एसपी ऑफिस में हुई पत्रकार संघ के अध्यक्ष और पत्रकारों के बीच तीखी नोकझोंक, कुछ पत्रकार संगठनों के रहनुमा कर रहे डिजिटल व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों को नीचा दिखाने की कोशिश, मीडिया हॉउस छोटा या बड़ा सब एक समान, लेकिन पुलिस कर रही कुछ मीडिया ग्रुपों को नजरअंदाज : विजय चंदेल

सोलन – रजनीश ठाकुर                                                                                                 

वीरवार को एसपी कार्यालय बद्दी में बुलाई गई एक पत्रकारों की बैठक चर्चा का विषय बन गई है। बैठक में बीबीएन के कुछेक पत्रकारों को बुलाकर बाकियों को नजरअंदाज कर दिया गया। जिससे बीबीएन के पत्रकार संगठनों में रोष फैल गया है।

यह बैठक एसपी बद्दी ईल्मा अफ़रोज़ द्वारा बुलाई गई थी। जिसमें बीबीएन के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक ओर वेब मीडिया के लगभग 50 से अधिक पत्रकारों में से 10-12 पत्रकारों को बुलाया गया। हैरानी तो इस बात की है बैठक में उन 10-12 पत्रकारों के अलावा जो अन्य पत्रकार मौजूद थे, उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस से बाहर जाने के लिए कह दिया गया।

एक पत्रकार संगठन के अध्यक्ष ने बैठक में यह कहा के यह कुछेक पत्रकारों की पर्सनल बैठक है, जिसमें अन्य पत्रकार हिस्सा नहीं ले सकते। इस दौरान एसपी कार्यालय के मीटिंग हाल में पत्रकारों की बहस भी हुई और उन्होंने इस तरह के व्यवहार का विरोध किया ओर मीटिंग का बायकॉट कर दिया।

पत्रकारों का कहना है कि पुलिस प्रशासन इस तरह से कुछेक पत्रकारों को तरजीह देकर अन्य पत्रकारों की अनदेखी कर लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का अपमान कर रहा है, जो गलत है।

प्रिंट एंड इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिस्ट एसोसिएशन विजय चंदेल के बोल

प्रिंट एंड इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिस्ट एसोसिएशन के विजय चंदेल ने कहा कि एसपी बद्दी कब साथ पर्सनल बैठक का हवाला देकर अन्य पत्रकारों को बाहर निकालना गलत है। मीडिया के साथ एसपी की पर्सनल बैठक का कोई औचित्य नहीं बनता।

बीबीएन जर्नलिस्ट एसोसिएशन अध्यक्ष लवली ठाकुर के बोल

वहीं बीबीएन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष लवली ठाकुर ने कहा कि आज एसपी ऑफिस में हुआ कृत्य निदनीय है न तो पुलिस और न ही किसी पत्रकार को ऐसा नहीं करना चाहिए। मीडिया में जितने लोग जिस भी फील्ड में काम कर रहे हैं सब समान है।

ऐसे किसी को भी बैठक से बाहर जाने को कहना सरासर गलत है। इसकी पूरे मामले की शिकायत पुलिस के उच्चाधिकारियों को दी जाएगी। पुलिस का किसी संगठन के प्रतिनिधि को पत्रकारों का अपमान करने का कोई हक नहीं।

उन्होंने कहा कि पुलिस या फिर कुछेक पत्रकार संगठनों के रहनुमा फूट डालो शासन करो कि नीति अपनाकर कुछ पत्रकारों को नीचा दिखाने का प्रयास कर रहे हैं, जो गलत है।

वहीं इस मामले के बाद प्रिंट, वेब ओर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों ने जिला पुलिस बीबीएन का बहिष्कार करने का ऐलान करते हुए मामले के शिकायत पुलिस महानिदेशक ओर उच्चधिकारियों से करने की बात कही।

एसपी बद्दी ईल्मा अफरोज के बोल

वहीं जब इस बारे एसपी बद्दी ईल्मा अफरोज से बात की गई तो उन्होंने कहा के बतौर एसपी उन्होंने किसी पत्रकार को बैठक से जाने को नहीं कहा। ऊपर मीटिंग हाल में पत्रकारों की आसपास में क्या बात हुई उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।

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