शिमला, जसपाल ठाकुर
साल के शुरू में ही अब सरकारी स्कूलों से प्रधानाचार्य के पद खाली होने वाले हैं। शिक्षा विभाग की तैयार की गई सूची से कई स्कूलों में प्रधानाचार्य की कुर्सी पर नहीं होगा। ऐसे में इस बार शिक्षा विभाग में इस साल प्रधानाचार्यों का टोटा पड़ने जा रहा है। शिक्षा विभाग की ओर से जारी हुई सूची के अनुसार इस महीने के अंत में विभाग से 22 प्रधानाचार्य एक साथ रिटायर हो रहे हैं, जिससे स्कूलों में ये पद खाली हो जाएंगे। इतना ही नहीं, इस साल के अंत तक कुल 295 प्रधानाचार्य रिटायर होंगे, लेकिन इन पदों को भरने के लिए अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है।
हालांकि लोक सेवा आयोग को मामला भेजा गया है, परंतु वहां से प्रक्रिया को आगे नहीं चलाया गया। ऐसे में इसी महीने 22 स्कूलों में तो प्रधानाचार्य नहीं होंगे। स्कूल कैडर के 236 प्रधानाचार्य सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। शिक्षा विभाग ने सेवानिवृत्त हो रहे प्रधानाचार्यों की सूची जारी कर दी है। बता दें कि प्रदेश के लाहुल-स्पीति जिला को छोड़कर शेष अन्य सभी जिलों के स्कूलों से बड़े पैमाने पर प्रधानाचार्यों की सेवानिवृत्ति हो रही है।
हालांकि शिक्षा मंत्री ने हाल ही में कहा है कि शिक्षा विभाग में सेवानिवृत्ति से रिक्त हो रहे शिक्षकों के पदों को भरने के लिए सरकार ने एडवांस में कमीशन को प्रस्ताव भेजा है। वहीं भविष्य में शिक्षा विभाग में अध्यापकों के और पद सृजित किए जाएंगे। बता दें कि कमीशन के माध्यम से शिक्षकों के भरे जाने वाले पदों के रिजल्ट बड़ी देरी आ रहे हैं। टीजीटी कमीशन के माध्यम से 13 व 14 दिसंबर, 2020 को आयोजित हुई परीक्षा का रिजल्ट अभी तक नहीं आया है।
ऐसे में कई सवाल उठते हैं कि आखिर कमीशन के माध्यम से होने वाली भर्तियों के रिजल्ट अगर इतने लेट आएंगे, तो ऐसे में कैसे सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के खाली पदों को भरा जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने बताया कि इस माह ज्यादा संख्या में प्रधानाचार्य सेवानिवृत्त होने वाले है। रिटायर होने वाले प्रधानाचार्यों की सूची मंगवा दी गई है। अब जिन स्कूलों से प्रधानाचार्य सेवानिवृत्त होंगे, वहां पर पहले से ही पदों को भरने का प्रोसेस शुरू कर दिया है।