भक्तों की सरकार और प्रशासन से मांग, मंदिर परिसर में पक्की सराए के साथ शैड का किया जाए निर्माण, लंगर के लिए रसोईघर भी बनाया जाए
हिमखबर डेस्क
श्री आदि हिमानी चामुंडा मंदिर में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां के दर्शनों के लिए पहुंचते है। मार्च महीने से शुरू यात्रा जुलाई तक चलती है। मंदिर परिसर में हर साल कई समाजसेवी लंगर लगाकर भक्तों को प्रसाद ग्रहण करवाते है।
बता दें कि आदि हिमानी श्रीचामुंडा मंदिर में सरायों की हालत खराब है। बारिश होते ही सरायों से पानी टपकना शुरू होता है, जिससे श्रद्धालुओं और लंगर लगाने वाले युवाओं को लंगर बनाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
पहाड़ों पर स्थित मां के दरबार में हर समय मौसम बदलता रहता है, कभी धूप तो कभी बारिश शुरू हो जाती है। ऐसे में भक्तों को लंगर परोसने के लिए भी परेशानी आती है।
भक्तों का कहना है कि प्रशासन और सरकार को चाहिए कि मंदिर परिसर में पक्की सरायों का निर्माण किया जाए। साथ ही लंगर बनाने के लिए रसोईघर का भी निर्माण किया जाए, ताकि भक्तों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। साथ लंगर भवन का भी निर्माण हो, ताकि भक्त बारिश में खुले आसमान के नीचे लंगर खाने से बच सकें। वहीं, अगर रास्ते में भी बीच-बीच पक्की सरायों का निर्माण किया जाए तो बारिश में भक्तों को इधर-उधर नहीं भागना पड़ेगा।
उधर, मंदिर भवन के ठेकेदार पल्लब मेहरा बताते हैं कि जैसे ही पिछले पेंडिंग पड़े लगभग 40 लाख रुपए मंदिर प्रशासन अदा करता है, तो भवन का निर्माण जल्द शुरू कर दिया जाएगा।
क्या कहते हैं मंदिर अधिकारी गिरिराज ठाकुर
मंदिर अधिकारी गिरिराज ठाकुर ने बताया कि मंदिर के भवन की असेस्मेंट के लिए पीडब्ल्यूडी की टीम दस दिन पहले गई थी। जैसे ही भवन के असेस्मेंट की रिपोर्ट पीडब्ल्यूडी द्वारा आ जाती है, तो मंदिर के भवन का काम शुरू कर दिया जाएगा।
उनका कहना है कि मंदिर के भवन और सराय के अलावा मंदिर प्रशासन वन विभाग से 10 करनाल भूमि अन्य निर्माण कार्य के लिए लगा, जिसका की प्रक्रिया चला हुआ है, वहां पर अन्य सराय प्रशासनिक ब्लॉक और वहां पर टायलट बनाएगा।
रखरखाव न होने से सरायों की हालत खराब
श्री आदि हिमानी चामुंडा में सरायों का रखरखाव न होने के कारण श्रद्धालुओं की काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। बारिश न होने पर सरायों से पानी टपकना शुरू हो जाता है, जिससे भक्त दिक्कतें झेलने को मजबूर हो रहे हैं। मरम्मत न होने के चलते सरायों की हालत खराब है।
हिमानी के दर बाहरी राज्यों से पहुंचते हैं भक्त
श्री आदि हिमानी चामुंडा मंदिर न केवल हिमाचल अपितु पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर के श्रद्धालुओं का भी श्रद्धा का प्रमुख केंद्र है तथा प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं। यद्यपि प्रतिवर्ष 15 मार्च को मंदिर के कपाट खोले जाने की परंपरा रही है। लगभग 10000 फुट की ऊंचाई पर स्थित श्री आदि हिमानी श्रीचामुंडा मंदिर में नए भवन का निर्माण कार्य अभी जारी है।

