रामपुर में बच्ची को जन्म देने के बाद शिमला किया था रैफर।
शिमला – नितिश पठानियां
दुष्कर्म की शिकार 16 वर्षीय नाबालिग लडक़ी ने महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर खनेरी रामपुर में बच्ची को जन्म दिया और उसके बाद उसे आईजीएमसी शिमला रैफर कर दिया, जहां पीडि़ता की इलाज के दौरान मौत हो गई।
परिजनों की शिकायत पर पुलिस थाना रामपुर में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दुष्कर्म करने के आरोप में पोस्को एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज हुआ है। आरोपी का अभी तक पता नहीं मिल पाया है।
मिली जानकारी के अनुसार परिजनों को पहले ही पीडि़ता के गर्भवती होने की जानकारी थी, लेकिन लोकलाज की वजह से उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया। गत मंगलवार को पीडि़ता ने जब अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया, तो इस मामले का पता चला।
पीडि़ता के पिता ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि नवंबर, 2024 में उनकी सबसे छोटी 16 वर्षीय बेटी के पेट में दर्द उठा था। उसे इलाज के लिए रामपुर के एक अस्पताल में ले गए और डाक्टर ने उसका अल्ट्रासाउंड कराने को कहा।
अल्ट्रासाउंड में पता चला कि उनकी बेटी सात महीने की गर्भवती है। इसके बाद सात जनवरी को दर्द होने पर बेटी को दोबारा अस्पताल लाया गया और पीडि़ता ने वहां बच्ची को जन्म दिया। यहां से डाक्टरों ने जच्चा-बच्चा दोनों को आईजीएमसी शिमला रैफर कर दिया है।
पीडि़ता ने पूछताछ में परिजनों को बताया कि वह आरोपी को नहीं जानती है। इसके बाद इलाज के दौरान आईजीएमसी में पीडि़ता की मौत हो गई।
पीडि़ता के पिता ने शिकायत में कहा है कि उनकी बेटी के साथ किसी अज्ञात व्यक्ति ने दुष्कर्म किया है और प्रसव के कारण उसकी यह हालत हुई है। उन्होंने अज्ञात शख्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।