हिमखबर – व्यूरो रिपोर्ट
हमीरपुर के प्रसिद्ध मंदिर का एक ऐसा कारनामा देखने को मिला है जिसे सुनकर सभी हक्के-बक्के रह गए हैं। अवाहदेवी माता मंदिर कि पूर्व मंदिर कमेटी ने माता के गहनों को ही गिरवी रख दिया व लाखों की राशि का लोन बैंक से उठा लिया। अब जब यह बात सामने आई तो लोगों की भक्ति व श्रद्धा को काफी ठेस पहुंची।
पूर्व कमेटी के बड़े कारनामे के कारण चर्चा मे बन गई है। यहाँ पूर्व कमेटी ने माता के गहनों पर ही करीब पौने 9 लाख रुपये ऋण लेकर माता के गहने गिरवी रख दिये हैं। अभी तक 2.50 लाख रुपये का लोन बैंक में भर भी दिया गया है। इस मुद्दे को लेकर भोरंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेश कुमार के साथ नई मन्दिर कमेटी ने विशेष बैठक की।
बैठक में बाजार के व्यापारी वर्ग और आसपास के गांवों के लोग भी उपस्थित रहे। मन्दिर कमेटी के नए अध्यक्ष रमेश गुलेरिया ने बताया कि पुरानी कमेटी ने बाबा बालक नाथ मन्दिर के निर्माण के लिए माता के गहने गिरवी रख कर्जा लिया है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था। नई कमेटी एक मुश्त ऋण वापिस कर माता के सोने के गहने छुड़ा रही हैँ।
विधायक सुरेश कुमार के बोल
विधायक सुरेश कुमार ने कहा कि अवाहदेवी माता का मंदिर दो विधानसभा क्षेत्रों भोरंज और धर्मपुर का प्रमुख केंद्र है। पिछले 35 वर्षों से यहां से मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, सिंचाई मंत्री, सांसद व केंद्रीय मंत्री रहे हैं। इसके बावजूद भी अवाहदेवी कस्बा मूलभूत सुविधाओं से महरूम है। उन्होंने कहा कि मंदिर कमेटी के कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए ऑडिट करवाया जाएगा।
उन्होंने कमेटी को जेबरात पर लिए ऋण की अतिशीघ्र वापसी करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि मंदिर कमेटी का विस्तार किया जाना बहुत जरूरी है। इसमें भोरंज और धर्मपुर के विधायक व सांसद को नामित किया जाए, ताकि मंदिर कमेटी व उसके कार्यों पर निगरानी रखी जाए।