अग्निवीर कार्तिक चम्बयाल एक आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुआ परन्तु न मिला शहीद का दर्जा और निकटतम परिजन को नहीं मिला सैन्य विभाग से मुआवज़ा, अग्निवीर कार्तिक चम्बयाल के निकटम परिजन को सिर्फ व सिर्फ मिला 48 लाख ₹ इंश्योरेंस राशि, माननीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निवीर को 1 करोड़ देने की बात लोक सभा भवन में कही जो सच व झूठ को दर्शाती है – वैटरन एस के सहगल
बिलासपुर – सुभाष चंदेल
हिमाचल प्रदेश वैटरन सैनिक कल्याण एंव विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष वैटरन बालक राम शर्मा ने पत्रकार वार्ता में बताया की शिमला के वैटरन एस के सहगल ने वर्चुअल मीटिंग में बताया कि अग्निवीर कार्तिक चम्बयाल 5 जैक राइफल्स में अपनी सैनिक सेवा कर रहे थे, परन्तु जे एंड के के ऊरी सैक्टर में एक आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गया।
शहादत के पश्चात केन्द्र सरकार द्वारा घोषित मुआवज़े के नाम पर उसके निकटतम परिजन को कुछ भी नहीं मिला बल्कि केवल आर्मी ग्रुप इन्श्योरेन्स इंश्योरेंस से ₹48 लाख मिले हैं, इससे केन्द्र के सभी दावों की पोल खुल गई है।
उसके पिता कुलदीप सिंह चम्बयाल जो खुद सेना में अपनी सेवा दे चुके हैं ने बताया कि निकटम परिजन को इंश्योरेंस राशि के सिवा और कुछ नहीं मिला है। यह उनके परिवार पर बहुत बड़ा कुठाराघात है, झुठ बोलकर देश की आम गरीब जनता और युवाओं को रोजगार के नाम पर गुमराह कर छल किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश वैटरन सैनिक कल्याण एंव विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष वैटरन बालक राम शर्मा ने हैरानी जाहिर करते हुए कहा कि अभी कुछ दिनों पहले लोक सभा में जब अग्निवीर का मुद्दा उठाया गया तो अग्निवीर को न शहीद का दर्जा और न ही 1 करोड़ दिया गया है।
हमें बड़े आफ़सोस के साथ कहना पढ़ रहा है कि हमारे माननीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने खड़े होकर बताया था की अग्निवीर को 1 करोड़ रुपए दिया जाता है, तो फ़िर हमारे हिमाचल प्रदेश के कार्तिक चमयाल के निकटम परिजनों को घोषित मुआवजा क्यों नहीं मिला—?
सैनिक कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष वैटरन एस के सहगल ने बताया कि एक और अग्निवीर जबलपुर ट्रेनिंग सेंटर में 01 मार्च 2023 को बीमार होने पर एमएच मिलिट्री अस्पताल जबलपुर में एडमिट हुआ, परन्तु 24 मई 2023 को उसे मृत घोषित कर दिया और उसको Fulmentant meningoencephallitis की बीमारी बताई गई जो समझ से परे है और कोई कार्रवाई नहीं की गई।
केन्द्र सरकार अग्निवीर के लिए झूठ बोलकर गुमराह कर रही है, ये ज़मीनी तथ्य सामने आए हैं। आप सभी देख लें कि कौन झूठ और कौन सच बोल रहा है, परन्तु सच्चाई ये है कि केंद्र सरकार केवल पेंशन का खर्च बचाने की खातिर देश की सेना को कमज़ोर करने पर उतारू है। यही उद्देश्य है और युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है, देश की जनता को समझना होगा कि सरकार का अग्नीपथ योजना लागू करना कितना सही और कितना गलत है।