काफल फल सिर्फ गर्मियों में उगता है, काफल पेट की जलन और डायरिया के लिए लाभकारी है, काफल में कैल्शियम, जिंक, पोटैशियम जैसे गुण होते हैं
हिमखबर डेस्क
हिमाचल के जंगलों में कई प्राकृतिक फल मिलते हैं, जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। इन फलों के पकने का समय भी अलग-अलग होता है। मई के महीने में मंडी के जंगलों में एक खास फल पककर तैयार होता है, जिसका नाम काफल है। मधुमेह, हृदय रोग और पेट की कई बीमारियों को दूर करने में लाभकारी यह जंगली फल अब जंगल से शहर में पहुंचना शुरू हो गया है।
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. ओम राज के बोल
काफल के औषधीय गुणों के बारे में जानकारी देते हुए आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. ओम राज ने बताया कि काफल में कैल्शियम, जिंक, पोटैशियम सहित कई औषधीय गुण होते हैं, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हैं। उन्होंने बताया कि काफल पेट की जलन, गर्मी और डायरिया के लिए बहुत लाभकारी है। इसके अलावा, गर्मी के दिनों में यह शरीर के इलेक्ट्रोलाइट को बनाए रखता है।
पर्यावरण प्रेमी नरेंद्र सैनी के बोल
मंडी जिले के स्थानीय निवासी और पर्यावरण प्रेमी नरेंद्र सैनी के अनुसार, काफल एक बहुत ही स्वादिष्ट फल है जो सिर्फ गर्मियों में मिलता है। यह केवल जंगलों में ही पाया जाता है। इसकी खेती नहीं की जाती, इसलिए इसे पाना मुश्किल होता है। ग्रामीण इसे बड़ी मुश्किल से इकट्ठा कर बाजारों में बेचने के लिए लाते हैं।
नरेंद्र सैनी ने बताया कि मंडी के जंगलों में कई जंगली सब्जियां और फल होते हैं जो गर्मी के मौसम में तैयार होते हैं।ग्रामीण इन्हें इकट्ठा करते हैं, लेकिन ध्यान देने वाली बात ये कि नई पीढ़ी इन जंगली सब्जियों और फलों को कम पसंद कर रही है, जबकि पुराने ख्याल के लोग आज भी इन प्राकृतिक सब्जियों और फलों के दीवाने हैं और बाजार में देखते ही खरीद लेते हैं।
नरेंद्र सैनी के अनुसार, हर अभिभावक को अपने बच्चों को ये जंगली फल और सब्जियां खिलानी चाहिए, क्योंकि ये बहुत गुणकारी होती हैं।शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।