धर्मशाला,राजीव जस्वाल
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला नगर निगम चुनाव को लेकर चल रहे कयासों पर आखिरकार विराम लग ही गया। नगर निगम चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। भाजपा के पास यहां आठ और कांग्रेस के पास 5 सीटें थी, जबकि दो-दो आजाद प्रत्याशी जीते थे। अब मंगलवार को ओंकार नैहरिया निर्विरोध चुनाव गया है।
ओंकार नैहरिया मैक्लोडगंज वार्ड-3 पार्षद चुने गए हैं। इससे पहले, नेहरिया डिप्टी मेयर भी रह चुके हैं। अब वह धर्मशाला के तीसरे मेयर चुने गए है। हालांकि, अभी डिप्टी मेयर का चुनाव नहीं किया गया है। उनके खिलाफ कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था।
धर्मशाला में सियासी उठापटक के बीच सीएम जयराम ठाकुर भी मंगलवार को धर्मशाला पहुंचे। इस दौरान नगर निगम धर्मशाला में मेयर व डिप्टी मेयर की ताजपोशी व शपथ से पहले पार्षदों की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ लंबी मंत्रणा चली। बैठक में महापौर और उपमहापौर को लेकर सहमति बनाने को लेकर चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री के साथ बैठक में सांसद किशन कपूर, वन राकेश पठानिया, विधायक विशाल नेहरिया भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद वन मंत्री राकेश पठानिया के नेतृव में पार्षद शपथ के लिए कैबिनेट हॉल पहुंचे थे। पूर्व मेयर जग्गी पांच कांग्रेस पार्षद ओर एक आजाद के साथ शपथ के लिये पहुंचे। भाजपा 11 और कांग्रेस पार्षदों सहित शपथ लेने के लिए पहुंची थी।
दरअसल, बहुमत के लिए नौ पार्षदों की जरूरत थी। ऐसे में भाजपा के पास केवल 8 पार्षद और कांग्रेस के पास पांच पार्षद थे। कांग्रेस का दावा था कि वह धर्मशाला में अपना मेयर बनाएगी। इसके लिए कांग्रेस के नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री धर्मशाला में डेरा डाले हुए थे, लेकिन अब यहां कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी ही नहीं उतारा और भाजपा के ओंकार नेहरिया निर्विरोध चुने गए हैं।