सब-कमेटी की हरी झंडी, एक हजार युवाओं को मिलेगा रोजगार, 50 करोड़ की नई परियोजनाएं, 45 करोड़ की एक्सपेंशन योजनाएं शामिल, कुल 15 उद्योगों के लिए इंडस्ट्रियल प्लॉट संग प्राइवेट लैंड का भी होगा इस्तेमाल
व्यूरो, रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश में 96 करोड़ रुपए के नए उद्योगों को मंजूरी मिली है। इसमें 50 करोड़ 91 लाख 50 हजार रुपए के नए उद्योगों के प्रस्ताव पारित हुए हैं, तो 45 करोड़ 41 लाख 52 हजार रुपए की एक्सपेंशन योजनाओं को सब कमेटी ने मंजूरी दी है। इससे करीब एक हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
बता दें कि कम निवेश वाले औद्योगिक प्रस्तावों को सब कमेटी अपनी मंजूरी देती है, जिसके चेयरमैन उद्योग निदेशक रहते हैं। बड़े उद्योगों की स्वीकृति के मामले सिंगल विंडो कमेटी को जाते हैं, जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री हैं। जिन नए उद्योगों को मंजूरी इस सब कमेटी के माध्यम से दी गई है,
उनमें 13 करोड़ 10 लाख की जर्मन फार्मूलेशन कालाअंब, 11 करोड़ 43 लाख पांच हजार की व्हाइट वेव मिल्क प्रोडक्ट बल्ह मंडी, 19 लाख 42 हजार की ललिता स्टील इंडस्ट्री संसारपुर टैरेस, 33 लाख छह हजार की कांगड़ा वैली फूड प्रोडक्ट संसारपुर टैरेस, 11 करोड़ 52 लाख 41 हजार की मैरीन मैडिकेयर प्राइवेट लिमिटेड मंधाला बद्दी, 87 लाख नौ हजार की एकेजे मैटल प्राइवेट लिमिटेड बद्दी तथा 25 लाख के निवेश की मैसर्ज युद्धव आयरन एंड स्टील पांवटा साहिब को मंजूरी प्रदान की गई है।
जिन पुराने उद्योगों की विस्तारीकरण स्कीमों को मंजूरी मिली है, उनमें 18 लाख छह हजार की एनसीएल इंडस्ट्री लिमिटेड पांवटा साहिब, 41 लाख सात हजार की मैसर्ज विशाल इंजीनियरिंग कंपनी कालाअंब, 70 हजार रुपए की राशि की मैसर्ज वैंकटेशवरा फेरो अलौयज गोंदपुर, 22 करोड़ 70 लाख 57 हजार की मैसर्ज हीटरो लैब्स|