मुंबई
कई बार किसी आंखों देखी चीज पर भी यकीन नहीं होता, हम ऐसा क्यों कह रहे हैं। रेलवे प्लेटफार्म पर मां अपने छोटे से बच्चे के साथ हाथ पकड़ कर जा रही है। अचानक बच्चे का हाथ मां के हाथ से छूटता है और वह जाकर ट्रैक पर गिर जाता है। मां चिल्लाती है उसका बच्चा ट्रैक पर नीचे से चिल्लाता है और कुछ मीटर की दूरी पर सामने से आ रही ट्रेन।
यह कोई फिल्मी सीन नहीं
मां और बेटे के बीच कुछ गज की दूरी थी लेकिन मां अपना हाथ उसको खींचने के लिए क्यों नहीं बढ़ा पा रही है। ऐसे लगता है कि मां कोई गलती कर रही है लेकिन किसी को नहीं पता था कि बच्चे की मां को दिखाई नहीं देता वो बस चीख रही थी।
बच्चे के सामने मौत खड़ी थी, ट्रेन कुछ मीटर की दूरी पर थी। तभी तेज दौड़ लगाता एक शख्स आता है और अपनी जान की परवाह किए बगैर बच्चे को बचा लेता है।
यह कोई फिल्मी सीन नहीं था बल्कि हकीकत है। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। महाराष्ट्र की इस घटना को देखकर हर कोई इस बहादुर रेल कर्मचारी की तारीफ कर रहा है।
करे भी क्यों नहीं क्योंकि मयूर शेलके नाम के इस शख्स ने काम ही ऐसा किया है। मयूर शेलके का वीडियो जो भी देख रहा है उसको तो एक बार यकीन ही नहीं हो रहा है।