फतेहपुर, अनिल शर्मा
बिजली बोर्ड से नौकरी से निकाले गए कर्मचारी की बहाली के लिए पूर्व सांसद राजन सुशांत ने स्थानीय 21 लोगों व पीड़ित युवक के साथ मगर मिलकर बोर्ड के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस दौरान उन्होंने अधिशाषी अभियंता और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा।
राजन सुशांत ने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले के बावजूद धर्मेंद्र को नियुक्ति नहीं दी जा रही – है। जब तक कर्मचारी को इंसाफ नहीं मिलेगा, तब तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी। वहीं, नौकरी से निकाले गए पीड़ित धर्मेंद्र ने बताया कि उसने करीब पौने दो साल सेवाएं दी हैं नौकरी से निकाले जाने के बाद माननीय उच्च न्यायालय ने उसके हक में फैसला आया। इसके बावजूद उसे नौकरी पर नहीं रखा जा रहा है। उसे पांच माह का वेतन भी नहीं दिया है। वहीं, अधिशाषी अभियंता केडी शर्मा ने बताया कि उक्त केस को उच्चतम न्यायालय भेज दिया है।