शिमला – नितिश पठानियां
भारत और पाकिस्तान के बीच बने तनावपूर्ण हालातों के बीच हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। ताजा घटनाक्रम के चलते प्रदेश सरकार ने भी तत्काल कदम उठाते हुए स्वास्थ्य एवं आपात सेवाओं को सक्रिय कर दिया है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने सभी अधिकारियों और कर्मियों की लंबी छुट्टियों पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय सेना द्वारा “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत सीमापार आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह हमला किसी देश के खिलाफ नहीं, बल्कि आतंक के खिलाफ है। इस ऑपरेशन के तहत वायु सेना ने सीमापार मौजूद आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट किया है, जो देश की सुरक्षा के लिए एक अहम कदम है।
नरेश चौहान ने यह भी कहा कि प्रदेशवासियों को भारतीय सेना के इस साहसिक कदम पर गर्व है, और पूरा देश इस समय एकजुट होकर अपने जवानों के साथ खड़ा है। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस पार्टी और राज्य सरकार केंद्र के हर निर्णय के साथ मजबूती से खड़ी है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हालात की गंभीरता को देखते हुए एक आपात उच्च स्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी विभागों को सतर्क रखा जाए और सुरक्षा तंत्र को और अधिक मजबूत किया जाए।
इसी के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक विशेष एसओपी जारी की गई है, जिसमें सभी अस्पतालों को तैयार रहने और बेड व अन्य जरूरी संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही मेडिकल स्टाफ की लंबी छुट्टियों पर रोक लगाई गई है ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध रह सके।
प्रदेश सरकार की ओर से आम नागरिकों से भी अफवाहों से बचने और शांति बनाए रखने की अपील की गई है। प्रशासन का कहना है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, लेकिन सतर्कता जरूरी है।