चीन ने फिर हिला दी दुनिया, एक और महामारी! बच्चों पर ज्यादा अटैक, WHO की भी चिंता बढ़ी

--Advertisement--

शिमला – नितिश पठानियां

चीन से एक बार फिर दुनिया को हिलाने वाली खबर है, जिसने विश्व स्वास्थ्य संगठन को भी चिंता में डाल दिया है। चीन के वुहान से वर्ष 2019 में एक महामारी आई थी, जिसने बुलेट ट्रेन की स्पीड से दुनिया में जड़ें फैला दी थीं। कोरोना से बाहर निकले में सभी देशों को अढ़ाई से तीन साल लग गए थे और अभी भी इस महामारी का समूल नाश नहीं हो पाया है।

इसी बीच अब एक और महामारी चीन से ही पनपने लगी है, जिसका टारगेट बच्चे हैं। यानी कि दुनिया को एक बार फिर नई महामारी का डर सताने लगा है। बड़ी बात यह है कि इस रोग का जन्म भी उसी देश से हो रहा है, जिसने कोरोना को जन्म दिया था।

बता दें कि हाल ही में 13 नवंबर को एक प्रेस कान्फ्रेंस में राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के चीनी अधिकारियों ने चीन में श्वसन रोगों की घटनाओं में वृद्धि की सूचना दी थी।

चीनी अधिकारियों ने इस वृद्धि के लिए कोविड-19 प्रतिबंधों को हटाने और इन्फ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया (एक सामान्य जीवाणु संक्रमण जो आम तौर पर छोटे बच्चों को प्रभावित करता है), श्वसन सिंकाइटियल वायरस (आरएसवी), और सारस-कोव-2 जैसे ज्ञात रोगजनकों के प्रसार को जिम्मेदार ठहराया।

अधिकारियों ने स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं और सामुदायिक सेटिंग्स में रोग निगरानी बढ़ाने के साथ-साथ रोगियों के प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य प्रणाली की क्षमता को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया है।

क्या हैं लक्षण

यह बिमारी निमोनिया की तरह ही है, लेकिन इसके लक्षण थोड़े अलग हैं, जो बच्चों को चपेट में ले रहे हैं। यानी कि इस बिमारी का ज्यादा प्रभाव बच्चों में ही दिख रहा है। यह रोग लगने से बच्चों को तेज बुखार आ रहा है, फेफड़े सूज रहे हैं, जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो राही है।

बड़ी बात यह है कि चीन के अस्पतालों में इसके ज्यादा मरीज देखने को मिल रहे हैं और ज्यादातर इनमें बच्चे ही शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ ने बच्चों में श्वसन संबंधी बीमारियों और निमोनिया के समूहों में वृद्धि पर विस्तृत जानकारी के लिए चीन से आधिकारिक अनुरोध किया है।

बिमारी का प्रकोप ज्यादा

चीन मेंं इस बिमारी का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि स्कूल बंद करने की तैयारी चल रही है। ओपन एक्सेस निगरानी प्रामेड अलर्ट नामक एजेंसी ने इस बिमारी की चेतावनी जारी की है। यह वही एजेंसी है, जिसने कोविड को लेकर भी अलर्ट जारी किया था।

डब्ल्यूएचओ भी चिंतित

चीन से नई महामारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन भी हरकत में आ गया है और प्रोमेड नामक संस्था से बिमारी के संदर्भ और अधिक जानकारी देने को कहा है। साथ ही एजेंसी को बिमारी पर ज्यादा निगरानी रखने को कहा है।

डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि 21 नवंबर को मीडिया और प्रोमेड ने उत्तरी चीन में बच्चों में अज्ञात निमोनिया के समूहों की सूचना दी। यह स्पष्ट नहीं है कि ये चीनी अधिकारियों द्वारा पूर्व में रिपोर्ट किए गए श्वसन संक्रमणों में समग्र वृद्धि या अलग-अलग घटनाओं से जुड़े हैं।

बिमारी पर यह काम करें

डब्ल्यूएचओ ने अनुशंसा की है कि चीन में लोग श्वसन संबंधी बीमारी के जोखिम को कम करने के उपायों का पालन करें। टीकाकरण सुनिश्चि करें। बीमार लोगों से दूरी बनाए रखे। बीमार होने पर घर पर ही रहें। आवश्यकतानुसार परीक्षण और चिकित्सा देखभाल प्राप्त करें। मास्क पहनें; अच्छा वेंटिलेशन सुनिश्चित करें और नियमित रूप से हाथ धोते रहें।

--Advertisement--
--Advertisement--

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

--Advertisement--

Popular

More like this
Related

उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानियां ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से की मुलाक़ात

हिमख़बर डेस्क  उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने गुरुवार को...

हारचक्कियां में खुला टैक्सी यूनियन का ब्रांच ऑफिस

लपियाना में देवभूमि मां बगलामुखी टैक्सी मैक्सी यूनियन की...

“हिमाचल को 1500 करोड़ देने के लिए PM मोदी का आभार, लेकिन नुकसान 10 हजार करोड़ से ज्यादा का हुआ”

शिमला - नितिश पठानियां पीएम नरेंद्र मोदी ने आपदा से...