दस से 28 मार्च तक चलेगा विधानसभा सत्र; कुल 15 बैठकें, दस मार्च को राज्यपाल का अभिभाषण, विधानसभा की सीटिंग पूरी करने के लिए मानसून और शीतकालीन सत्र में ज्यादा बैठकें।
शिमला – नितिश पठानियां
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने कार्यकाल का तीसरा बजट 17 मार्च को पेश करेंगे। विधानसभा के बजट सत्र को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। इस बार बजट सत्र दस मार्च से शुरू होगा और इसमें कुल 15 बैठकें रखी गई हैं। यह सत्र 28 मार्च तक चलेगा।
हालांकि इस बार बजट सत्र में सरकार ने बैठकों की संख्या कम रखी है मगर सरकार मानना है कि विधानसभा की सीटिंग पूरी करने के लिए आगे मानसून व शीतकालीन सत्रों में अधिक बैठकें रखी जाएंगी।
संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल अपना अभिभाषण देंगे। मुख्यमंत्री सुक्खू का यह तीसरा बजट होगा, जिसमें भी व्यवस्था परिवर्तन की झलक दिखेगी।
सरकार स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र पर फोकस करने जा रही है, जो सरकार की प्राथमिकता में होगी। शनिवार को आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में बजट सत्र को लेकर चर्चा की गई और इसकी रणनीति बनाने के साथ सरकार ने इसे मंजूरी प्रदान की। इसके साथ अब विधानसभा सचिवालय इसकी तैयारियां करेगा।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल के भाषण से शुरू होगा बजट सत्र
बजट सत्र राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल के अभिभाषण के साथ शुरू होगा। विधानसभा सचिवालय की तरफ से बजट सत्र के संबंध में प्रस्ताव एक सप्ताह पहले सरकार को भेजा गया था।
विधानसभा सचिवालय ने दस मार्च से दस अप्रैल तक सत्र करने का प्रस्ताव किया गया था मगर कैबिनेट से दस मार्च से 28 मार्च तक की अनुमति दी है।
सूत्रों की माने तो मुख्य सचिव की मार्च महीने में सेवानिवृत्ति है। इसलिए अधिकारियों की ओर से मंत्रियों को सत्र मार्च महीने के अंत में ही समाप्त करने के लिए राजी किया गया है।
सत्र की अवधि को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के लिए छह दिन, बजट चर्चा के लिए छह दिन और कटौती प्रस्ताव के लिए तीन दिन के तौर पर विभाजित किया जा सकता है। पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होगा, जिस पर चर्चा होगी।
बजट के साथ रखे जाएंगे कटौती प्रस्ताव
मुख्यमंत्री 17 मार्च को अपना अगला बजट पेश करेंगे और फिर इसके साथ ही उस बजट पर चर्चा शुरू हो जाएगी। इसके बाद कटौती प्रस्ताव रखे जाएंगे और कटौती प्रस्तावों के बाद अंत में बजट को मंजूरी दे दी जाएगी।
इस बजट सत्र में हंगामे के पूरे आसार हैं। यहां कई मुद्दों पर गरमागर्म बहस होनी तय है। विपक्ष के पास ऐसे कई मुद्दे हैं जिन पर वह सरकार को घेरेगी वहीं सत्तापक्ष भी माकूल जवाब देने के लिए तैयार बैठा है।
विधानसभा से पहले मंत्रिमंडल की बैठक
विधानसभा सत्र से पहले मंत्रिमंडल की एक और बैठक का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राज्यपाल के अभिभाषण को मंजूरी दी जाएगी वहीं कई विभागों के विधेयकों को भी इसमें मंजूरी मिलेगी।
इसके बाद विधानसभा में विधेयक लाए जाएंगे। इस बार का बजट सत्र जहां हंगामेदार होगा। इसमें कामकाज भी काफी ज्यादा होना है। पूरा सत्र व्यस्त रहने वाला है क्योंकि कम बैठकों में ज्यादा काम करना होगा।