जल रक्षकों को पंप अटेंडेंट बनाएगी सरकार, 1400 जल रक्षकों को मिलेगा सीधा लाभ
शिमला – नितिश पठानियां
जल शक्ति विभाग में कार्यरत जल रक्षकों को पंप अटेंडेंट बनाया जाएगा। विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इसे अंतिम मंजूरी के लिए रखा जाएगा। 1400 के करीब जल रक्षकों को इसका फायदा मिलेगा।
राज्य सरकार ने जल रक्षकों को नियमित कर पंप अटेंडेंट बनाया था। लेकिन काफी जल रक्षक इससे वंचित रह गए थे। उनका तर्क था कि वह भी तय कार्यकाल की शर्त को पूरा करते थे।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि जल रक्षक को नियमित किए जाने को लेकर लगातार बात सामने लाई जा रही है। कई प्रतिनिधि मंडल भी उनसे मिले हैं। उन्होंने कहा कि ये भी कहा जा रहा है कि प्राकृतिक आपदा के दौरान पेयजल योजनाओं को बहाल करने में जल रक्षकों ने अहम भूमिका निभाई हैं।
उन्होंने बताया कि जल शक्ति विभाग 12 साल पूरे कर चुके 1400 कर्मियों को पंप अटेंडेंट बनाने के लिए मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए ले जा रहा है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन-2 के तहत हुई भर्तियों का पैसा केंद्र द्वारा जारी किया जाना है। यह पैसा अभी तक नहीं आया है।
इसके कारण मिशन के तहत लगे कुछ कर्मचारियों का वेतन जारी करने में देरी हुई थी। उन्होंने कहा कि राज्य कोष से सवा चार करोड़ जारी कर दिया है। पांच सौ से अधिक कर्मचारियों का वेतन इसके बाद विभाग ने जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र से जल जीवन मिशन का बकाया 1200 करोड़ जारी करने का आग्रह किया है। उम्मीद है केंद्र जल्द ही यह राशि जारी करेगा।