शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति के ऊपरी इलाकों में शनिवार को भी कड़ाके की ठंड जारी रहने से पानी के स्रोत जमने लगे, जबकि पूरे हिमाचल में न्यूनतम तापमान माइनस छह से दस डिग्री के बीच बना रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, चल रही शीतलहर के बीच मुख्य स्टेशनों पर तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई।
कुकुमसेरी में माइनस 5.6 डिग्री, केलांग में माइनस चार डिग्री, कल्पा में माइनस 1.4, मनाली में 0.6, शिमला में सात, मंडी में 5.5 डिग्री, ऊना में छह और धर्मशाला में 7.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
यह ऊंची पहाड़ियों से लेकर निचले इलाकों तक कड़ाके की ठंड का संकेत देता है। कड़ाके की ठंड के बावजूद पर्यटक आदिवासी बहुल इलाकों में ताज़ी बर्फबारी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।
मौसम विभाग ने सात दिसंबर को लाहौल-स्पीति, किन्नौर, चंबा, कांगड़ा और ऊपरी कुल्लू में हल्की बर्फबारी या बारिश होने का अनुमान लगाया है। इससे आने वाले दिनों में शीतकालीन पर्यटन को और बढ़ावा मिल सकता है।
शिमला और मनाली के होटल मालिकों का मानना है कि तेज़ धूप, साफ़ हवा और ऊपरी इलाकों में बर्फबारी की उम्मीद में सप्ताह के अंत में ज़्यादा पर्यटक आ सकते हैं।
मनाली के एक होटल मालिक ने कहा, “यह मौसम का सबसे अच्छा समय है। साफ दिन और सुहावना तापमान।” इस बीच, राज्य के ज़्यादातर हिस्सों में सूखे मौसम के कारण आग लगने की घटनाएं बढ़ गयी हैं।
अधिकारियों ने जनता से सावधानी बरतने की अपील की है। लाहौल-स्पीति के जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, कई ऊंचे इलाकों में ठंड की वजह से हालात खराब हैं।
ग्राम्फू-बटाल (एनएच-505) रोड बंद है, जबकि ग्राम्फू-एटीआर नॉर्थ पोर्टल-सरचू रूट खुला है। दारचा-शिंकुला और सुमदो-काज़ा-ग्राम्फू (एनएच-505) लोसार पर्व (तिब्बती नव वर्ष) तक खुले हैं, हालांकि लोसार से आगे बाटल की तरफ आवाजाही अभी भी बंद है।
प्रशासन ने घोषणा की है कि मनाली-लेह हाईवे पर गाड़ियों की आवाजाही 10 दिसंबर तक मौसम ठीक रहने पर खुली रहेगी। मौसम विभाग के अनुसार एक और पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है।
यह इलाका ताज़ी बर्फबारी के लिये तैयार है, जिससे आखिरकार उन पर्यटकों की उम्मीदें पूरी हो सकती हैं जो सर्दियों की पहली बड़ी बर्फबारी का इंतज़ार कर रहे हैं।

