हाइट ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन शाहपुर में क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन
शाहपुर – नितिश पठानियां
हाइट ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन शाहपुर के छात्रों द्वारा क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कॉलेज की प्रमुख 16 टीमों ने भाग लिया जिसमें से मुख्यतः सपार्टन,सिविल स्ट्राइकर,पॉलिटेक्निक,वेटरनरी,थडरबोल्ट,लॉ इलेवन, कम्प्यूटर्साइंस विभाग, हाइट स्टाफ इलेवन आदि टीमे थी। सभी टीमों ने खेल में बेहतरीन प्रदर्शन किया और एक दूसरे को कड़ा मुकाबला दिया।
प्रतियोगिता में सभी पड़ावों को पार करते हुए अंत में हाइट ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन की स्पार्टन तथा सिविल स्ट्राइकर टीम फाइनल में पहुँची जिसमे स्पार्टन की टीम ने एक तरफा मुकाबले में सिविल स्ट्राइकर की टीम को फाइनल में 32 रनो से हराया। टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करने पर स्पार्टन टीम के अनमोल को मोस्ट वैल्यूवल प्लेयर और आल्राउंड प्रदर्शन करने वाले मुर्तज़ा को मैन ऑफ दा टूर्नामेंट के खिताब से नवाजा गया।
फाइनल मुकाबला जीतने के बाद स्पार्टन टीम के कप्तान विशाल पंडित ने सभी को बधाई दी और साथ ही उपविजेता टीम को भी बधाई दी और कहा कि सिविल टीम ने पूरीप्रतियोगिता मे बेहतरीन प्रदर्शन किया।, साथ ही इस बार पहले से कड़ी प्रतियोगिता देखने को मिली।
हाइट प्रीमियर लीग जिसका यह सीजन 4 था। इस से पहले 3 सीजन का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है लेकिन इस बार 16 टीमों ने पहली बार भाग लिया। स्पार्टन टीम इस से पहले सीजन 1 और सीजन 2 में विजय रह चुकी है और सीजन 3 सिविल टीम जीती थी लेकिन इस बार सीजन 4 मे फिर से खिताब पर स्पार्टन ने कब्ज़ा किया।
फाइनल मुकाबले में हाइट ग्रुप के डीन अकादमिक डॉ नरेश कुमार तथा सुरेश सेठी मुख्यातिथि के रूप में सम्मिलित हुए और सभी खिलाडियों की हौसलाफ़ज़ाई की तथा उन्हें बधाई दी तथा अगले साल सीजन 5 में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा कि क्रिकेट एक लोकप्रिय खेल है, जिसके दुनियाभर में करोड़ों प्रशंसक हैं। यह खेल न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है क्रिकेट खेलने से शरीर में चुस्ती और फुर्ती बनी रहती है। दौड़ने, गेंदबाजी करने और बल्लेबाजी करने से शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और सहनशक्ति में वृद्धि होती है।
क्रिकेट में रणनीति, धैर्य और ध्यान की आवश्यकता होती है। इससे मानसिक संतुलन और एकाग्रता में सुधार होता है टीम वर्क और नेतृत्व क्षमता, क्रिकेट एक टीम गेम है, जिसमें सभी खिलाड़ियों को मिलकर खेलना होता है। इससे टीम वर्क, आपसी तालमेल और नेतृत्व की भावना विकसित होती है।
अनुशासन और खेल की भावना क्रिकेट खेलने से अनुशासन और खेल भावना का विकास होता है। हार-जीत को स्वीकार करने की कला सीखने को मिलती है। मनोरंजन और तनाव मुक्ति क्रिकेट देखना और खेलना दोनों ही मनोरंजन का प्रमुख साधन है। यह मानसिक तनाव को कम करता है और मन को प्रसन्न करता है।
व्यावसायिक अवसर आज के समय में क्रिकेट खेल के माध्यम से खिलाड़ी अच्छा करियर बना सकते हैं। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान और सम्मान प्राप्त कर सकते हैं। राष्ट्रीय एकता का प्रतीक क्रिकेट से देशवासियों में एकता की भावना जागती है।
जब कोई टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलती है, तो पूरा देश एकजुट होकर उसका समर्थन करता है। इस प्रकार, क्रिकेट न केवल एक खेल है, बल्कि यह जीवन जीने की कला भी सिखाता है। इससे शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास संभव है।