बिलासपुर- सुभाष चंदेल
पश्चिम बंगाल का एक मानसिक रूप से बीमार युवक न जाने कैसे हिमाचल पहुंच गया 2 महीने तक सड़क पर भटकता रहा लेकिन स्वारघाट पुलिस की मेहनत रंग लाई और युवक को परिजनों से मिलवा दिया गया।
दरअसल स्वारघाट पुलिस को सूचना मिली कि एन एच चंडीगढ़ मनाली सड़क किनारे बनी नाली में 1 युवक में लेटा हुआ है। सूचना मिलते ही पुलिस थाना स्वारघाट के ए एस आई रविन्द्र कुमार अपनी टीम सहित वहां पहुंचे तथा युवक को कपड़े पहनाकर थाना स्वारघाट पहुंचाया गया।युवक कुछ भी बोलने में असमर्थ था तथा ऐसा लग रहा था कि युवक मानसिक रूप से बीमार है।
पुलिस द्वारा सबसे पहले युवक को नहलाकर खाना खिलाया गया। पुलिस युवक से उसके बारे में पूछताछ करती रही लेकिन युवक कुछ भी बताने में असमर्थ था।काफी दिनों से भूखे युवक को खाना खिलाते ही युवक अपनी भाषा में बोलने लग गया।
अब पुलिस को युवक की भाषा समझ नहीं आ रही थी।युवक को बंगाली के अलावा और कोई भी भाषा नहीं आती थी।
लेकिन बंगाली भाषा का ज्ञान रखने वाले पुलिस थाना स्वारघाट के ए एस आई रविन्द्र कुमार ने युवक से बंगाली भाषा में बात की तथा बड़ी मुश्किल से उसके घर का पता लगाया।
युवक ने बंगाली भाषा में कागज पर लिखकर अपना पता और फोन नंबर बताया जिस पर परिजनों से बात होने पर युवक के परिजन महीनों से लापता अजहरुदीन को थाना स्वारघाट से घर लाने के लिए कोलकाता से निकल पड़े हैं।