हिमखबर डेस्क
सिविल अस्पताल नगरोटा बगवां में आए-दिन नाइट ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों व कर्मचारियों को धमकाने के मामले सामने आने लगे हैं। दो दिन पूर्व आधी रात करीब 2 बजे 5-6 युवक शराब के नशे में आपातकाल में सेवाएं दे रहे डॉ. अंकित शर्मा के ड्यूटी रूम की ओर गए और बाहर से जोर-जोर से दरवाजा खटखटाने लगे। जब डॉक्टर बाहर आया तो उन्होंने डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार किया तथा उसे धमकाया।
डॉ. ने बताया कि युवक स्थानीय विधायक का नाम लेकर उसे सबक सिखाने की धमकी भी दे रहे थे। डॉक्टर ने इसकी शिकायत पुलिस थाना नगरोटा बगवां में कर दी है। ऐसी ही एक घटना करीब 1 महीने पहले भी घट चुकी है जब कुछ लोग जिनके मरीज को विवेकानंद अस्पताल से टांडा रैफर किया गया था।
जब नगरोटा बगवां के समीप रास्ते में उन्हें लगा कि मरीज की हालत ज्यादा खराब हो गई है तो वे उसे सिविल अस्पताल नगरोटा बगवां ले आए। जब चिकित्सकों ने उसे मृत बताया तो उसके साथ आए तीमारदारों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया और आपातकाल कक्ष का दरवाजा बंद कर दिया और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर व स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार किया। बाद में अस्पताल प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी।
आरोपी युवकों को पूछताछ के लिए थाने में बुलाया
बी.एम.ओ. डॉ. रूबी भारद्वाज ने कहा कि सिविल अस्पताल का स्टाफ लगातार ईमानदारी से सेवाएं दे रहा है लेकिन असामाजिक तत्वों द्वारा चिकित्सको व अन्य स्टाफ को धमकाना निन्दनीय है। अस्पताल में सुरक्षा की दृष्टि से रात को कोई भी सुरक्षा कर्मी नहीं होता जबकि दिन के समय आऊटसोर्स पर एक सुरक्षा कर्मी तैनात है।
एस.एच.ओ. चमन लाल के बोल
पुलिस थाना के एस.एच.ओ. चमन लाल ने बताया कि डॉक्टर की शिकायत पर आरोपी युवकों की पहचान कर ली है तथा पूछताछ हेतु थाना बुलाया है।