बिलासपुर, सुभाष चंदेल
बिलासपुर जिल के घुमारवीं विकास खंड की पटेर पंचायत के युवाओं नें कुछ नया करने की ठानी और करके भी दिखा दिया। पंचायत चुनावों में कूदे प्रत्याशियों के लिए सार्वजनिक मंच बनाया और पूछा कि आपको वोट क्यों दिया जाए। आपमें आखिर ऐसी क्या काबलियत है कि आप दूसरे प्रत्याशियों से बेहतर हैं।
प्रत्याशियों को अपनी अपनी काबलियत का परिचय देने के लिए कहा गया। यह भी सवाल किया गया कि जब राजनीति सेवा है तो क्या आप लोग जीतने के बाद अपनी सैलरी दान कर सकोगे या नहीं..?
अगर आप लोग कुछ महीनों में जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं उतरते तो क्या पद का त्याग करोगे या नहीं..?
युवाओं नें सवाल किया कि अब पंचायत का दायित्व होगा कि अपने स्तर पर पंचायत में ऐसे काम लाए जाएं जिससे पंचायत के तमाम बेरोजगार युवकों को यहीं पर नौकरी उपलब्ध हो सके। कड़े सवालों को देखते हुए कुछ कमजोर प्रत्याशी दूर से ही कार्यक्रम को सुनते रहे .और सवालों से बचने के लिए मंच से छिपते छिपाते रहे जबकि कई प्रत्याशियों नें मंच के माध्यम से अपने विचार सांझा किए।
पंचायत के ही एक संवाददाता जितेन ठाकुर नें इस बारे युवाओं को जागरूक किया और पंचायत की कायाकल्प का संकल्प लिया। उसी सोच से इन युवाओं नें कुछ ऐसा कर दिखाया कि पूरे प्रदेश में इसकी खासी चर्चा और प्रसंसा हो रही है।युवा वर्ग का कहना है कि हम पंचायत स्तर पर ही युवाओं को रोजगार दिलाने का प्रयास करेंगे जबकि विधायक या सांसद जब भी यहां वोट मांगने आएंगे तो तो उनसे सार्वजनिक रूप से विकास को लेकर सवाल जवाब होंगे।
एक छोटी सी पंचायत से शुरू हुआ यह कार्य बेहद सराहा जा रहा है। हर तरफ जंगल की आग की तरह यह बात फैल गई जिसमें कार्यक्रम संचालन कर रहे युवकों को दूसरी पंचायतों में भी ऐसा जन जागरण मंच करने के लिए प्रस्ताव मिल रहे हैं। लेकिन यह तो साफ हो गया कि इन लोगों की यह पहल भविष्य में हर जगह अपनाई जाएगी। शायद हर नेता को अपनी काबलियत के दम पर ही चुनाव लड़ना होगा, राजनीतिक दलों के भरोसे नहीं.