शाहपुर – नितिश पठानियां
राजकीय महाविद्यालय रिड़कमार में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) एवं नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय योग सत्र का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर आयुर्वेदिक चिकित्सालय दरीणी से सुमना ने विद्यार्थियों को विभिन्न योगासन एवं प्राणायाम का अभ्यास करवाया तथा योग के महत्त्व पर प्रेरणादायी जानकारी दी।
सत्र की शुरुआत सूर्यनमस्कार के बारह आसनों से हुई, जिसके बाद भ्रामरी प्राणायाम, सुखासन, ताड़ासन एवं अन्य आसनों का अभ्यास कराया गया। उन्होंने बताया कि नियमित योगाभ्यास से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है बल्कि मानसिक संतुलन और आत्मिक शांति भी प्राप्त होती है।
इस अवसर पर कार्यवाहक प्राचार्य मनोज कुमार ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है, जो व्यक्ति को स्वस्थ, अनुशासित और सकारात्मक जीवन की ओर अग्रसर करती है। उन्होंने विद्यार्थियों से प्रतिदिन योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का आग्रह किया।
योग सत्र को सफल बनाने में अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर हाकम चंद का विशेष योगदान रहा। उनके मार्गदर्शन में कार्यक्रम का संचालन सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ। एनएसएस के स्वयंसेवक तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं इस सत्र में सक्रिय रूप से शामिल रहे।

