कुल्लू, आदित्य
कोरोना संक्रमण से बिगड़े हालात अब सामान्य होने लगे हैं। तीन महीने से छाए निराशा के बादल छंटने लगे हैं। निराशाजनक माहौल अब आशा व उम्मीद के आगे फीका पड़ने लगा है। मनाली की आवो हवा अब पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने लगी है। कोरोना संक्रमण के कारण 15 मार्च के बाद मनाली में भी वीरानगी छा गई थी जो अब दूर होने लगी है। ई-पास और कोविड की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट के साथ पर्यटक मनाली पहुंच रहे हैं और अब धीरे धीरे रौनक लौटने लगी है। हर रोज अन्य राज्यों से 150 से अधिक पर्यटक वाहन मनाली पहुंच रहे हैं।
मनाली की आबोहवा पर्यटकों को खूब भा रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के राष्ट्रीय व्यापक हवा गुणवत्ता निगरानी कार्यक्रम में जांची गई। मनाली की वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई प्रदेश में सबसे शुद्ध पाई गई है। यह शुद्ध आबोहवा पर्यटकों को मनाली खींच सकती है और जल्द ही मनाली में रौनक भरे दिन लौट सकते हैं।
प्रदेश सरकार की ओर से हिमाचल आने के लिए ई पास व कोरोना रिपोर्ट की शर्त हटाई जाती है तो मनाली में सैलानियों का सैलाब उमड़ ससकता है। हालांकि शर्तों का पालन करते हुए भी पर्यटक मनाली को प्राथमिकता देने लगे हैं। लेकिन शर्त हटते ही मनाली में रौनक दोगुना हो जाएगी। मनाली के शनाग, बुरुआ व मनाली गांव में पर्यटकों से रौनक कम नहीं हुई है। अन्य राज्यों के लोग यहां लंबे समय के लिए रुके हुए हैं और यहीं बैठकर अपना काम चला रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के कारण मार्च 15 के बाद मनाली में पर्यटकों की संख्या घटती गई और अप्रैल के पहले सप्ताह में कारोबार ठप हो गया। अप्रैल व मई में कारोबार ठप रहा। लेकिन अब धीरे धीरे सुधार होने लगा है। पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया अन्य राज्य से आने वाले पर्यटकों की संख्या लगभग शून्य हो गई थी। लेकिन अब अन्य राज्य से हर रोज डेढ़ सौ से अधिक पर्यटक वाहन मनाली पहुंच रहे हैं।