चम्बा – भूषण गुरुंग
जिला कांगड़ा की दुर्गम घाटी बड़ा भंगाल से रैस्क्यू किए गए बीमार बुजुर्ग को मैडीकल कालेज चम्बा में उपचार के बाद टांडा रैफर कर दिया है। अब मरीज का टांडा में उपचार होगा।
नानक चंद (62) को शुक्रवार को मैडीकल कालेज चम्बा लाया गया था। यहां सर्जिकल विभाग के एचओडी डाॅ. अश्वनी की देखरेख में बुजुर्ग को उपचार दिया गया। मरीज की आंतों में इंफैक्शन होने की संभावना है। इसके चलते उनका ऑप्रेशन किया जाना था।
हालांकि टैस्ट रिपोर्ट के आधार पर ही चिकित्सकों ने इसका फैसला लेना था, लेकिन मरीज के बेटे मनीष ने चिकित्सकों से उनके पिता को टांडा रैफर करने का आग्रह किया। इसके चलते डाॅ. अश्वनी ने उन्हें रैफर कर दिया है। अब टांडा के चिकित्सक इलाज करेंगे।
मैडीकल कालेज एवं अस्पताल चम्बा के सर्जिकल विभाग के एचओडी डाॅ. अश्वनी ने बताया कि मरीज की आंतों में इंफैक्शन के कारण उन्हें पेट दर्द की समस्या है। ब्लाॅकेज होने पर उन्हें ऑपरेट करना पड़ सकता है। उनके परिजनों के आग्रह पर उन्हें टांडा रैफर कर दिया गया है।
नानक चंद घर से 20 किलोमीटर दूर लाहौल-स्पीति की तरफ ललहूनी में अपनी भेड़-बकरियों के साथ थे। मंगलवार को अचानक उन्हें पेट दर्द उठा। इसके अलावा पेशाब भी नहीं हो रहा था। वहां से उन्हें घोड़े पर बिठाकर बड़ा भंगाल पहुंचाया गया।
घर पहुंचने पर सरकार से हैलीकॉप्टर सेवा की मांग की गई, लेकिन खराब मौसम के चलते यह सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई। उसके चलते युवाओं ने पालकी में बिठाकर 25 किलोमीटर पैदल सफर तय कर उन्हें सड़क तक पहुंचाया। इसके बाद एम्बुलैंस के माध्यम से शुक्रवार रात करीब 9 बजे मैडीकल कालेज चम्बा पहुंचाया।
मनीष कुमार ने बताया कि मैडीकल कालेज चम्बा में बेहतर उपचार मिला है। चिकित्सकों ने आंतों में इंफैक्शन होने पर आप्रेशन करने का परामर्श दिया। इसके चलते उन्हें टांडा रैफर करने का आग्रह किया।