शाहपुर – नितिश पठानियां
विधानसभा क्षेत्र शाहपुर के तहत 39 मील में स्थित बचपन प्ले स्कूल में एडमिशन शुरू हो गई है। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने जानकारी देते हुए बताया कि बचपन प्ले स्कूल में प्ले ग्रुप, नर्सरी से 5वी कक्षा तक के बच्चों के लिए एडमिशन शुरू हो गई है। उन्होंने बताया की जो भी अभिभावक अपने बच्चों की एडमिशन करवाना चाहते है वो जल्द से जल्द स्कूल में आकर एडमिशन करवा सकते है।
क्या होता है प्ले स्कूल
प्ले स्कूल, जिसे नर्सरी स्कूल या प्री-प्राइमरी स्कूल भी कहते हैं, एक ऐसा शैक्षिक संस्थान है जो बच्चों को प्राथमिक स्कूल में जाने से पहले प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करता है, जहाँ वे खेल-खेल में सीखते हैं.
- खेल-खेल में शिक्षा: प्ले स्कूल में बच्चों को खेल, गतिविधियों और रचनात्मक कार्यों के माध्यम से सिखाया जाता है, जिससे वे आसानी से सीख सकें.
- प्रारंभिक शिक्षा: प्ले स्कूल बच्चों को भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक कौशल जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बुनियादी ज्ञान प्रदान करता है.
- सामाजिक विकास:प्ले स्कूल बच्चों को अन्य बच्चों के साथ बातचीत करने, सहयोग करने और सामाजिक कौशल विकसित करने का अवसर प्रदान करता है.
- तैयारी: प्ले स्कूल बच्चों को औपचारिक स्कूली शिक्षा के लिए तैयार करता है, जिससे वे बाद में स्कूल में बेहतर प्रदर्शन कर सकें.
- अलग-अलग नाम: प्ले स्कूल को नर्सरी स्कूल, प्री-प्राइमरी स्कूल, प्रीस्कूल या क्रेच के नाम से भी जाना जाता है.
- सही उम्र: आमतौर पर, बच्चे 3 से 5 साल की उम्र में प्ले स्कूल में जाने लगते हैं.
- फायदे: प्ले स्कूल बच्चों को भाषा, गणित, सामाजिक कौशल और अन्य महत्वपूर्ण कौशल विकसित करने में मदद करता है.
बच्चे को प्ले स्कूल क्यों भेजना चाहिए?
प्ले स्कूल के ज़रिए बच्चा कई एक्टिविटी में शामिल होता है जिससे उसका दिमाग विकसित होता है। साथ ही बच्चों को कई क्रिएटिव चीजें सिखाई जाती है जो बच्चे के फिजिकल और मेंटल हेल्थ के ज़रूरी है। डायरेक्ट स्कूल में एडमिशन करवाने से पहले आपको बच्चे को प्ले स्कूल भेजना चाहिए ताकि बच्चा लोगों के बीच रहना सीखे।