शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश में शिमला में गुरुवार को देवभूमि क्षत्रिय संगठन ने सचिवालय का घेराव किया। देवभूमि क्षत्रिय संगठन हिमाचल प्रदेश सरकार से सवर्ण आयोग के गठन की मांग उठा रहा है।
इसके अलावा हाल ही में बढ़ाई गई अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन राशि के फैसले को भी वापस लेने की मांग की जा रही है। गौरतलब है कि दलित बेटी से शादी करने पर सरकार की तरफ से पहले 50 हजार रुपये राशि दी जाती थी और अब इसे 2 लाख रुपये कर दिया गया।
शिमला में गुरुवार को देवभूमि क्षत्रिय संगठन के अध्यक्ष रूमिक सिंह ठाकुर के नेतृत्व में कुछ युवा एकत्र हुए और राज्य सचिवालय के सामने जाम लगा दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की वजह सड़क जाम हो गई और बड़ी संख्या में लोग और स्कूली बच्चे यहां फंस गए। अहम बात है कि जाम में फंसने की वजह से मासूम स्कूली बच्चे रोते हुए नजर आए।
लंबे वक़्त से सवर्ण आयोग के गठन की मांग
उधर, देवभूमि क्षत्रिय संगठन के अध्यक्ष रूमित सिंह ठाकुर ने कहा कि लंबे वक़्त से सवर्ण आयोग के गठन की मांग उठायी जा रहे है। इससे पहले मध्य प्रदेश, पंजाब और बिहार राज्य में इस तरह का आयोग है। यही आयोग हिमाचल प्रदेश में भी बनाया जाना चाहिए।
रूमित ठाकुर ने कहा कि इससे पहले पूर्व भाजपा सरकार में भी सवर्ण आयोग के नाम और उन्हें सिर्फ़ आश्वासन दिया। देवभूमि क्षत्रिय संगठन के कार्यकर्ताओं पर मुक़दमे दर्ज किए गए। अब उनकी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मांग है कि सवर्ण आयोग का गठन किया जाए। वे अपनी मांगें पूरी होने तक पीछे नहीं हटेंगे।