धर्मशाला-राजीव जस्वाल
दाड़ी के धुम्मू शाह मेले में महिला कुश्ती का भी आयोजन किया जा रहा है। कोरोना महामारी के दो साल के बाद यह मेला आठ अप्रैल से शुरू हो रहा है।
आठ अप्रैल को भराड़ी माता मंदिर में पूजा अर्चना व झंडे की रस्म के साथ मेले का आगाज होगा। नौ अप्रैल को कुश्तियां शुरू होंगी।
इस मौके पर स्थानीय विधायक विशाल नैहरिया बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। दस अप्रैल को दंगल के समापन अवसर पर नगर निगम धर्मशाला के महापौर ओंकार नैहरिया बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगे।
पहलवानों को दिए जाएंगे आकर्षक नकद पुरस्कार
बड़ी माली के विजेता पहलवान को 61 हजार रुपये उप विजेता को 51 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे, जबकि छोटी माली के विजेता को 41 हजार रुपये व उपविजेता को 31 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे। पहली बार मेले में महिला कुश्ती का भी आयोजन किया जा रहा है।
हाइजैकर ग्रुप के कलाकार देंगे प्रस्तुतियां
12 अप्रैल को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। इसमें मेला कमेटी की प्रधान व पार्षद सविता कार्की बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगी। सांस्कृतिक संध्या में हाइजैकर ग्रुप के कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। मेला आठ से शुरू होकर 14 अप्रैल तक चलेगा।
मेले के पीछे यह है कहानी
धुम्मूशाह एक साहुकार था जो यहां के स्थानीय लोगों व किसानों को पैसा उधार देता था। जब फसल पकने को आती थी तो इन्हीं दिनों धुम्मूशाह अपने दिए पैसे वापस लेने व ब्याज लेने के लिए यहां आता था। यहां पर लोगों की संख्या अधिक होती थी, पहले पहले किसी एक व्यक्ति ने लोगों के जलपान के लिए एक दुकान लगाई, फिर यह धीरे धीरे मेले में तब्दील हो गया। धुम्मूशाह के नाम पर ही आज भी यह मेला लगातार जारी है।