अस्पताल में घूमकर जाना पड़ रहा है तीसरी-चौथी मंजिल तक, मरीजों के साथ तीमारदारों की बढ़ीं दिक्कतें
कांगड़ा – राजीव जसवाल
डा. राजेंद्र प्रसाद आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल टांडा में रेलिंग गेट बंद कर दिए गए हैं। अस्पताल परिसर के अंदर निचली मंजिल से ऊपर की मंजिल को जाने वाली सीढिय़ों की रेलिंग को बंद कर ताले लगा दिए गए हैं जिसके कारण मरीजों को एक मंजिल से तीसरी या चौथी मंजिल में जाने के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
चारों मंजिलों के वार्डों में पुरुष व महिला मरीज उपचार के लिए भर्ती हैं ऐसे में सबसे ज्यादा मुश्किल बुजुर्ग महिला या पुरुष मरीजों को हो रही है क्योंकि अस्पताल की कैंटीन दूसरी मंजिल पर है ऐसे में दूसरी मंजिल से मरीज को जब खाने पीने का सामान व चाय लेकर चौथी मंजिल पर जाना हो तो कैंटीन के साथ लगते रैलिंग गेट पर ताले लगे होने के कारण उसे घूम कर दूसरी सीढिय़ों का सहारा लेना पड़ रहा है जिसके कारण आधे चाय के गिलास तो भीड़ होने से सीढिय़ों में ही छलक जाते हैं।
गर्भवती महिलाओं को भी बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है दूसरी मंजि़ल से चौथी मंजिल तक घूमने के बाद चौथी मंजिल तक हाथ में खाने की पलेट या चाय का प्याला लेकर जाते-जाते गर्भवती महिलाएं या बुजुर्ग व्यक्ति ऐसे ही थक जाते हैं।
हालांकि अस्पताल के अंदर लिफ्ट भी लगी है परंतु कुछ बुजुर्ग व्यक्तियों का कहना है कि हमें लिफ्ट चलाना नहीं आता है। इसलिए कैंटीन के साथ लगती सीढिय़ों से जाना सुलभ लगता है परंतु इन सीढिय़ों पर गेट लगाकर उन्हें ताला लगाकर बंद कर दिया गया है। जिसके कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
लोगों ने अस्पताल स्टॉफ से गुजारिश की कि कृपया इन सीढिय़ों के गेट को खोल दिया जाए ताकि हम मरीज आसानी से एक मंजिल से दूसरी मंजिल तक जा सकें। एक गर्भवती महिला कैंटीन से खाने का सामान लेकर ऊपर की मंजिल जा रही थी कि अचानक चक्कर आ गया और वह गिर गई।
हालांकि उसे अन्य लोगों ने जल्दी पकड़ कर बैठा दिया। कई लोगों को टेस्ट करवाने के लिए चौथी मंजिल से धरातल तक बार-बार जाना पड़ता है तो उन्हें भी बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ता है।