धर्मशाला, राजीव जस्वाल
जिला कांगड़ा में बढ़ते कोरोना मामले के चलते जोनल अस्पताल धर्मशाला को दोबारा कोविड केयर अस्पताल बना दिया गया है। पिछले सप्ताह कोरोना पॉजिटिव मरीजों के आंकड़े को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लेते जिला स्वास्थ्य विभाग के इस बारे आदेश जारी किए थे।
जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए अस्पताल प्रशासन ने रविवार रात को ही अस्पताल में कोविड मरीजों के उपचार सबंधी सभी व्यवस्थाओं को पूरा करते हुए इसे शुरू कर दिया। रविवार देर रात ही अस्पताल में मरीजों को लाया गया था, तथा मंगलवार तक अस्पताल में 12 मरीज पहुंच चुके थे।
डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्पताल टांडा में तैयार किए गए कोविड केयर सेंटर से भी मरीजों को धर्मशाला शिफ्ट किया जा रहा है। जोनल अस्पताल के इंडोर ब्लॉक को कोविड केयर सेंटर बनाए जाने के साथ ही अस्पताल में आने-जाने वाले मरीजों और उनके तिमारदारों की भी पूरी डिटेल रखना शुरू कर दिया गया है। अस्पताल में तापमान मापने के बाद ही ओ.पी.डी. ब्लॉक में लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है।
कोविड केयर अस्पताल बनने के बाद ओपीडी पर असर
धर्मशाला अस्पताल के इंडोर ब्लॉक को कोविड केयर अस्पताल बनाए जाने के बाद अस्पताल की ओपीडी पर भी असर पड़ रहा है। अस्पताल में विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को अब जरनल ओपीडी में चैकअप के लिए भेजा जा रहा है। अस्पताल के मेडिसन व अन्य विशेषज्ञों की डयूटियां अब कोविड केयर अस्पताल में लगाई गई हैं।
वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक धर्मशाला अस्पताल डा. दीपाली शर्मा का कहना है कि जिला में बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने धर्मशाला अस्पताल को दोबारा कोविड केयर अस्पताल बनाया है। आदेशों के अनुसार रविवार रात को ही अस्पताल में पूरी व्यवस्था की गई तथा कोरोना संक्रमित मरीजों को यहां शिफ्ट किया गया।
अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए पूरी व्यवस्था की गई है। चिकित्सकों की डयूटी भी कोविड अस्पताल में लगाई है, बावजूद इसके ओ.पी.डी. में आने वाले मरीजों के लिए व्यवस्था की गई है। अस्पताल में आपातकालीन, सीटी स्कैन, एक्स-रे तथा अल्ट्रासाउंट की सुविधा भी जारी है।