जिला परिषद मनोज मनु की मेहनत रंग लाई, सराहन गांव में स्थापित किया नया ट्रांसफार्म, बिजली की आँख मिचौली से मिलेगा छुटकारा, आखिरकार सालों पुरानी समस्या का समाधान हो ही गया, कई सालों से बिजली की आँखमिचोनी से परेशान सराहन पंचायत के कई गांव के लोगों के घरों में हुआ आज उजाला।
चम्बा – भूषण गुरुंग
गांव सराहन में 63KV की जगह 100KV का नया ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया है। इससे पहले जो ट्रांसफार्मर था वो 63KV का था परंतु वो भी कई सालों से एक ही फेस पर चल रहा था। विद्युत विभाग की मेहनत थी जो कपड़े के टुकड़ों के सहारे बांध बांध के जुगाड़ पर चला हुआ था।
थोड़ी सी हवा चलने पर पूरे इलाके में खासकर गांव सराहन, लचौड़ी, उआहणा, अमलैरी,अजासन, सोट, डमोघ,बग्ग, फकरैड़ चिहाड़ू आदि गांव में अँधेरा हो जाता था। इस मांग को लेकर जिला परिषद सदस्य मनोज कुमार कई बार प्रशासन का दरवाजा खटखटा चुके थे।
हाल ही में चम्बा कांगड़ा के सांसद डॉ० राजीव भारद्वाज द्वारा की जाने वाली त्रैमासिक बैठक (DISHA) की बैठक में सांसद के समक्ष इस ट्रांसफार्मर की मांग को रखा था । इस बैठक में विधायक श्री नीरज नैय्यर भी मौजूद थे। इन दोनों के कहने पर माननीय SC विद्युत विभाग एवं एक्सीन ने आश्वस्त किया था कि जल्द इस कार्य को किया जायेगा।

तीन दिन पहले ट्रांसफार्मर फिर जल गई थी। इस समस्या बारे जिला परिषद सदस्य मनोज मनु ने फिर फोन के माध्यम से SC विद्युत विभाग से संपर्क किया और उन्होने हमें आश्वस्त किया कि आज आपके घर अँधेरा नहीं रहेगा बल्कि हमेशा के लिये स्थाई समाधान किया जायेगा।
आखिरकार उन्होने थोड़ी ही देर में कॉल बैक कर यह खुशखबरी दी कि आप ट्रांसफार्मर ले जाइए वो भी 63KV की जगह 100KV का बड़ा ट्रांसफार्मर। इस कार्य होने के लिये जहां स्थानीय लोगों ने जिला परिषद मनोज कुमार का धन्यवाद किया तो वहीं जिला परिषद सदस्य मनोज कुमार ने विद्युत विभाग के SE राजीव का, सांसद डॉ० राजीव भारद्वाज व विधायक नीरज नैय्यर का धन्यवाद किया जो उन्होने आज हमारी पंचायत में उजाला किया।
इसके आलावा धन्यवाद विभाग के सभी कर्मचारियों के साथ साथ गांव के सभी स्थानीय लोगों का भी धन्यवाद किया जो एक मैसेज पर भीड़ इकट्ठी हो गई और हाथों हाथ काम हुआ और बहुत कम समय में ट्रांसफार्मर फिट करके विद्युत आपूर्ती बहाल हुई और आज पूरे गांव में उजाला हो गया।

उन सबका भी धन्यवाद जिन्होने खेत में गेहूं की फसल बो दी थी फिर भी पिकअप गाड़ी खेत के बीच में से आने दी और फसल की परवाह किये बगैर ट्रांसफार्मर उसके सही स्थान तक पहुंचाने में मदद की। स्थानीय लोगों ने रात को नौ बजे तक विभाग के कर्मचारियों के साथ मेहनत कर ट्रांसफार्मर स्थापित कर गांव में उजाला किया।


