हिमखबर डेस्क
गुजरात के पोरबंदर के पास अरब सागर में एक हिमाचली जांबाज शहीद हो गया है। भारतीय तटरक्षक बल में तैनात पायलट कमांडेंट राकेश कुमार राणा का शव अरब सागर में बरामद कर लिया गया है। वह हेलिकॉप्टर क्रैश के बाद दो सितंबर से लापता थे। पायलट राकेश राणा गुजरात में राहत और बचाव कार्यों में लगे हुए थे, जब उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था।
कमांडेंट राकेश कांगड़ा जिला के चढियार के पास बरवाल खड्ड गांव के रहने वाले थे। उनके पिता भी सेना में सूबेदार के पद से रिटायर हुए थे। 38 वर्षीय पायलट राकेश राणा के निधन से समूचे क्षेत्र में शोक की लहर है। 18 साल की सेवा के दौरान वह ग्रुप ट्रेनिंग अफसर भी रहे।
वर्तमान में वह इंडियन कोस्ट गार्ड में पोरबंदर में कमांडेंट पद पर तैनात थे। गुजरात में भयंकर बाढ़ के दौरान उन्होंने अपनी जान पर खेलते हुए 67 लोगों की जान बचाई। बता दें कि एएलएच एमके-3 हेलिकॉप्टर के पायलट कमांडर राकेश कुमार राणा दो सितंबर को अरब सागर में पानी में उतरते वक्त उसमें सवार चार लोगों में से एक थे।
क्रू मेंबर के एक सदस्य को बचा लिया गया और दो अन्य कमांडर (जेजी) विपिन बाबू और प्रधान नाविक करण सिंह के शव हादसे के तुरंत बाद बरामद किए गए थे। हादसे के बाद भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना ने बड़े पैमाने पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, लेकिन वे एक महीने से ज्यादा वक्त तक राणा का पता नहीं लगा सके।
भारतीय तटरक्षक बल ने एक बयान में कहा कि राणा के अवशेष गुरुवार को गुजरात के पोरबंदर से लगभग 55 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में पाए गए. उनकी तलाश में 70 से ज्यादा उड़ानें और कई जहाज शामिल थे, जिन्हें 82 दिनों तक चलाया गया।