एचएएस पत्नी ने मारपीट प्रकरण में एफआईआर दर्ज करवाने से किया इनकार, सिविल कोर्ट जाएंगी, मामले मेें राजनीतिक घुसपैठ गलत, सीएम बोले, पारिवारिक मसले को दोनों पक्षों को बातचीत से सुलझाना चाहिए
धर्मशाला, राजीव जस्वाल
विधायक विशाल नैहरिया व उनकी एचएएस अधिकारी पत्नी ओशीन शर्मा मामले में नया मोड़ आ गया है। अब ओशीन शर्मा ने मामले में एफआईआर दर्ज करवाने से इनकार कर दिया है। हालांकि उनका कहना है कि वह सिविल कोर्ट में मामले को ले जाएंगी।
बयान में ओशीन ने कहा कि वह न तो नैहरिया के साथ कोई संबंध रखना चाहती हैं और न ही वह कोई मामला दर्ज करवाना चाहती हैं। उन्होंने स्पष्ट संकेत दिए कि वह अपने पति के खिलाफ अदालत का रुख करेंगी। इससे पहले ओशीन ने मारपीट व प्रताड़ना के कई गंभीर लगाए थे।
उन्होंने एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन को दिए अपने बयान में कहा कि वह विधायक विशाल नैहरिया पर किसी भी तरह का कोई क्रिमिनल केस दर्ज करवाना नहीं चाहती हैं और न ही उनकी गिरफ्तारी चाहती हैं।
ऐसे में माना जा रहा है कि नैहरिया को सियासी जीवनदान मिल गया है। यदि ओशीन नहीं मानतीं और उन पर एफआईआर दर्ज होती, तो विधायक की मुश्किलें बढ़ सकती थीं। आखिरकार पत्नी ने पति को राहत देते हुए केस दर्ज करवाने से मना कर दिया है, जिससे विशाल नैहरिया ही नहीं, सत्ताधारी दल भाजपा को भी बड़ी राहत मिली है।
महिला उत्पीड़न से इस मुद्दे को जोड़कर बुरी तरह से भुनाया जा रहा था, जिससे विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश की सियासत भी इस मुद्दे पर बुरी तरह से गरमाने लगी थी। विपक्ष को भी बैठे-बिठाए सताधारी दल के खिलाफ सियासी हथियार मिल गया था। सरकार भी इस मामले को पूरी तरह से मैनेज करना चाहती थी और आखिर कुछ सफलता भी मिल गई।
उधर, पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन का कहना है कि विधायक विशाल नैहरिया की पत्नी ओशीन शर्मा ने सोमवार को उनके कार्यालय पहुंच कर बयान दर्ज करवाए। जिसमें उन्होंने किसी भी तरह का क्रिमिनल केस दर्ज करवाने से मना कर दिया है। पुलिस ने उनके बयान दर्ज कर लिए हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नैहरिया दंपति मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए। यह एक पारिवारिक मसला है और इसे दोनों पक्षों को आपस में बातचीत कर सुलझाना चाहिए। इस पारिवारिक मसले में राजनीति की घुसपैठ भी दुर्भाग्यपूर्ण है।
शिमला में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि पुलिस इस मामले में पूरी पारदर्शिता और निष्पक्ष जांच कर रही है। बयानों के आधार पर यह मामला आगे बढ़ेगा। सीएम ने कुल्लू प्रकरण पर भी खेद जताते हुए कहा कि साक्ष्यों के आधार पर इस मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है।
अब फेक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट सरकार को मिली है। इसके अध्ययन के बाद अगला फैसला लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में आयोजित संगठन की बैठक को सार्थक बताया। इस बैठक में वर्ष 2022 के चुनावों का खाका खींचा गया है।
इसके अलावा विधानसभा तथा मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव पर गहन मंथन हुआ है। सीएम ने कहा कि उपचुनावों की घोषणा के बाद प्रत्याशियों के चयन पर फैसला होगा।