शिमला, जसपाल ठाकुर
स्वास्थ्य विभाग ने हिमाचल के पांच जिलों से 50 सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए पुणे भेजे हैं, ताकि ये पता चल सके कि कहीं हिमाचल में भी पंजाब की तरह नया वेरियंट तो पांव नहीं पसार चुका है। पंजाब में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए 401 नमूने भेजे गए थे, इनमें से 326 (81 फीसदी) में नया स्टे्रन मिला है। नया वेरियंट युवाओं पर ज्यादा असर डाल रहा है, जो कि चिंता का विषय है।
राज्य में भी कई नर्सिंग संस्थानों समेत स्कूल, कालेज के युवा संक्रमित पाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग को भी ये चिंता सता रही है कि कहीं राज्य में यूके का नया स्ट्रेन तो नहीं पांव पसार चुका है, क्योंकि जिस तरह ऊना, कांगड़ा, सोलन, हमीरपुर, शिमला, सिरमौर में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उससे ऐसा लग रहा है कि पंजाब की तरह यहां पर भी यूके स्ट्रेन फैल रहा है।
इस स्टे्रन की खासियत ये है कि ये 40 से 70 फीसदी तेजी से फैलता है और युवाओं पर ज्यादा असर डालता है। पिछले 20 दिन में जिस रफ्तार से संक्रमण हिमाचल में फैला है, उसने सभी को चौंका दिया है। जहां हिमाचल में कोविड एक्टिव मरीजों की संख्या 200 रह गई थी, वहीं अब ये 2000 से ज्यादा हो गई है।
इसी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने 50 सैंपल जांच के लिए पुणे भेजे हैं। अगर यहां से नए स्ट्रेन की पुष्टि होने की रिपोर्ट आती है, तो सरकार और स्वास्थ्य विभाग उस हिसाब से आगामी निर्णय लेगी। ऊना, सोलन, कांगड़ा, शिमला, सिरमौर से ये 50 सैंपल जांच को पुणे भेजे गए हैं।
पंजाब में 81 फीसदी सैंपल में हो चुकी पुष्टि
हिमाचल के पड़ोसी राज्य पंजाब में नए स्ट्रेन की पुष्टि हो चुकी है। यहां से जांच के लिए भेजे गए सैंपलों में से 81 फीसदी सैंपल में नया स्टे्रन मिल चुका है। ऐसे में हिमाचल भी पंजाब के साथ लगता है और पंजाब से ज्यादातर संख्या में लोग हिमाचल पहुंचते हैं। ऐसे में प्रदेश में डर सता रहा है।