किन्नौर- एसपी क्यूलो माथास
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। इस कारण कई मार्ग बंद हैं। भारी बारिश होने के कारण जिला किन्नौर की उरनी ढांग से पत्थर गिरने के कारण सतलुज नदी पर बना लोहे का पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। लोहे के पुल की दो प्लेट टूट गई हैं।
निगुलसरी में पत्थर गिरने से एनएच पांच बंद हो गया है। किन्नौर जिला की टापरी उप तहसील के तहत चोलिंग के समीप यह हादसा हुआ है। एनएच-पांच पर पहाड़ी से पत्थर गिरने से वैली ब्रिज क्षतिग्रस्त हो गया है। आज सुबह पहाड़ी से अचानक भारी भरकम पत्थर गिरने से वैली ब्रिज को क्षति पहुंची है, जिस कारण राष्ट्रीय उच्चमार्ग पर यातायात पूरी तरह से बाधित हुई है।
हालांकि इस दौरान किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। वहीं प्रशासन द्वारा वाहनों की आवाजाही वैकल्पिक मार्ग वाया उरनी चगांव होते हुए की जा रही है। चोलिंग स्थित वैली ब्रिज के क्षतिग्रस्त होने से लोगों को अतिरिक्त 19 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ रहा है। इस वैकल्पिक मार्ग में जाम की स्थिति भी बनी हुई है।
वहीं एनएच प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंच चुकी है तथा पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं, जिस कारण अभी कार्य शुरू नहीं किया गया है। हालांकि विभाग की ओर से देर शाम तक क्षतिग्रस्त वैली ब्रिज की मरम्मत कर यातायात के लिए बहाल करने की बात कही जा रही है।
उधर, रामपुर शहर में माता के मंदिर के साथ खोपड़ी में पहाड़ी से चट्टानें गिरी तो रविवार सुबह फिर से किन्नौर जिला के नाथपा में एनएच बंद हुआ और इसके अलावा ज्यूरी में भी सड़क बंद हो गई। दोपहर साढ़े बारह बजे ज्यूरी से करीब छह किलोमीटर दूर बधाल में एनएच में भारी चट्टानें आ गिरी और शिमला-किन्नौर राजमार्ग पूरी तरह से बंद हो गया। अब किन्नौर में भी यह एनएच बाधित हाे गया है।
उधर, लोक निर्माण विभाग के एनएच विंग के अधीक्षण अभियंता केएल सुमन ने बताया कि बधाल के पास बंद में एनएच बंद हुआ है। एनएच को बहाल करने के लिए मशीनरी भेज दी है। नाथपा व बधाल में एनएच को बहाल करने के लिए पूरी ताकत झोक दी गई है।