मंडी – अजय सूर्या
कीरतपुर मनाली फोरलेन पर मंडी जिले के दयोड़ में निर्माणाधीन दो सुरंगों के 100 मीटर ऊपर गड्ढा कैसे बना भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी और एनएचएआइ के विशेषज्ञों ने इस बात का पता चलाने के लिए सोमवार को निर्माणाधीन सुरंगों व हटाैण का दौरा किया। जांच में दोनों सुरंगों के अंंदर किसी प्रकार की दरारें नहीं मिली।
सुरंग के निर्माण के समय जो दरारें अंदर बनी थी,अब भी वही मौजूद थी। हटौण में सड़क के साथ 10 मीटर चौड़ा गड्ढा बनने से साथ लगते घरों व स्कूल भवन को कोई नुकसान नहीं हुआ है। गड्ढे के समीप एक गोशाला क्षतिग्रस्त हुई है। विशेषज्ञों की टीम के साथ एसडीएम कोटली असीम सूद व लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी साथ रहे। असीम सूद के पास एसडीएम सदर का अतिरिक्त कार्यभार है।
10 मीटर चौड़े आकार का बना गड्ढा
टीम के सदस्यों ने हटौण गांव में गड्ढे का जायजा लेने के बाद स्कूल भवन व घरों का बारीकी से निरीक्षण किया। आइटीआइ के विशेषज्ञों ने पूरे क्षेत्र की वीडियोग्राफी करवाई है। एनएचएआइ से सुरंग निर्माण से संबंधित कुछ रिकार्ड मांगा है। उसके आधार पर रिपोर्ट तैयार कर प्रशासन को सौंपी जाएगी। पिछले सप्ताह बुधवार को हटौण में वर्षा के बाद सड़क किनारे 10 मीटर चौड़े आकार का गड्ढा बन गया था।
गड्ढे की जांच विशेषज्ञों से करवाने के निर्देश
इससे मार्ग पर आवाजाही बाधित हो गई थी। वीरवार को एसडीएम व एनएचएआइ के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। गड्ढा भरने का काम शुरु किया था जो सोमवार देर शाम पूरा हो गया। गड्ढा कंकरीट पर पत्थर से भरा गया है। मंगलवार को हटौण मार्ग पर आवाजाही दोबारा शुरु होने की उम्मीद है। उपायुक्त मंडी ने एनएचएआइ को पत्र लिख सुरंगों व गड्ढे की जांच विशेषज्ञों से करवाने के निर्देश दिए थे।
असीम सूद, कार्यकारी एसडीएम सदर के बोल
आईआईटी व एनएचएआइ के विशेषज्ञों ने सुरंगों व गड्ढे की जांच की है।आईआईटी के विशेषज्ञों से रिपोर्ट मांगी गई है। गड्ढा भरने का काम पूरा हो गया है।