दिल्ली – नवीन चौहान
देश तेजी से डिजिटल हो रहा है। क्या गांव? क्या शहर? हर जगह लोग ऑनलाइन पेमेंट का इस्तेमाल करते है। हालांकि जितनी रफ्तार से ऑनलाइन पेमेंट बढ़ रहा है, उतनी ही रफ्तार से ऑनलाइन फ्रॉड की संख्या में इजाफा हो रहा है। ऐसे में कई बार लोग ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं।
अगर आपके अकाउंट से भी ऑनलाइन पैसे कट गए हैं, तो हम आपको ऑनलाइन पेमेंट रिफंड के बारे में बता रहे हैं, जिसकी मदद से यूजर्स ऑनलाइन फ्रॉड के नुकसान की भरपाई कर पाएंगे।
अगर आपके अकाउंट से ऑनलाइन पैसे कट गए हैं, तो आपको सबसे एक्शन लेना चाहिए। अगर ऑनलाइन फ्रॉड पर तत्काल एक्शन लिया जाता है, तो पैसे की वापसी की राह को आसान बनाया जा सकता है। साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड की तुरंत बैंक से शिकायत करनी चाहिए, क्योंकि इसकी शिकायत घटना के 7 दिनों के अंदर करना अनिवार्य होता है।
आपका क्रेडिट कार्ड ब्लॉक हो गया है…आपकी लॉटरी लगी है….कंपनी सस्ता लोन दे रही है…घर बैठे पैसे कमाना चाहते हैं तो लिंक पर CLICK करो…ऐसे ही झांसे में लेकर साइबर ठग राजस्थान की जनता से करोड़ों रुपए ठग चुके हैं।
एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आप थोड़ी सी सावधानी बरतें तो ठगी से बच सकते हैं। साथ ही ठगी का शिकार होने पर भी अपना पैसा वापिस सकते हैं। जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने पिछले 2 साल में साइबर ठगों के खाते फ्रीज कर पीड़ितों के 59 लाख रुपए रिफंड करवाए हैं। साइबर एक्सपर्ट ने बताया कि ठगी होने पर क्या करें? ठगी होने पर पैसे रिफंड करवाने के लिए क्या रास्ता अपनाया जाए?
जोधपुर के पटवारी को 28 जून को वॉट्सऐप पर प्रधानमंत्री किसान ऐप का एक लुभावने ऑफर का मैसेज आया। ऑफर देखकर पीड़ित ने मैसेज में आए अनजान लिंक पर क्लिक कर दिया। क्लिक करते ही मोबाइल हैक हो गया। कुछ मिनट बाद ही मैसेज आया कि आपके 3 लाख रुपए कट गए हैं।
पीड़ित ने ठगी का एहसास होने पर तत्काल जोधपुर ग्रामीण पुलिस की साइबर सेल में शिकायत दी। पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और हैकर के बैंक अकाउंट को फ्रीज कर ठगी के पैसे होल्ड करवाए। इसके बाद पुलिस ने कोर्ट के जरिए पटवारी को पैसे रिफंड करवा दिए।
सितंबर 2024 में एक व्यक्ति के मोबाइल पर एक मैसेज आया। मैसेज में लिखा था। केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि योजना से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें। मूलसिंह ने बिना कुछ समझे लिंक पर क्लिक किया। इससे एक अनजान ऐप मोबाइल में डाउनलोड हो गया। थोड़ी देर में मोबाइल भी हैक हो गया।
जैसे ही मूल सिंह ने मोबाइल से UPI पेमेंट किया, ठगों ने मूल सिंह के बैंक खातों और UPI का पिन नंबर उस ऐप के जरिए पता लगा लिया। थोड़ी ही देर में 41 हजार 200 रुपए निकाल लिए। जैसे ही पैसे कटने का मैसेज आया मूल सिंह चौंक गया। उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए हैकर के बैंक अकाउंट से 12 सितंबर को 41 हजार 200 रुपए रिफंड करवा दिए।