हिमखबर डेस्क
इन दिनों शादी का सीजन है और अधिकांश लोग शादी के इनविटेशन कार्ड व्हाट्सएप के जरिए भेज रहे हैं, क्योंकि यह तरीका न केवल सुविधाजनक है, बल्कि खर्चे में भी कमी लाता है। लेकिन, इस खुशी के मौके पर एक नया खतरा भी सामने आ रहा है, जिसे साइबर ठगों ने एक नए तरीके से अंजाम देना शुरू कर दिया है। ये ठग शादी के इनविटेशन कार्ड के बहाने लोगों का फोन हैक कर लेतें है।
कैसे होती है ठगी?
साइबर ठग अब शादी के नाम पर एक APK फाइल व्हाट्सएप पर भेजते हैं, जिसे अगर कोई व्यक्ति डाउनलोड कर लेता है, तो उसकी पूरी फोन की जानकारी ठगों तक पहुंच जाती है। इस फाइल को डाउनलोड करते ही एक एप्लिकेशन इंस्टॉल हो जाती है, जो आपके फोन के डेटा को चोरी करने में सक्षम होती है।
इसके बाद ठग आपका निजी डेटा, जैसे कि संदेश, संपर्क सूची, बैंकिंग जानकारी, आदि चुरा सकते हैं। इसके अलावा, यह ऐप आपके फोन का इस्तेमाल कर किसी और को भी पैसे की मांग कर सकता है।
पुलिस ने जारी किया अलर्ट
हिमाचल प्रदेश पुलिस ने इस तरह के साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों को लेकर अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश स्टेट सीआईडी और साइबर क्राइम विभाग के DIG मोहित चावला ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति साइबर ठगी का शिकार होता है, तो वह 1930 पर संपर्क कर सकता है या cybercrime.gov.in पर भी ऑनलाइन माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकता है। इन दिनों साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहे हैं. साइबर ठग लोगों को नए नए तरीकों से फसाने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या करें?
यदि आपको किसी अज्ञात नंबर से शादी का इनविटेशन या कोई अन्य लिंक भेजा जाए, तो उसे तुरंत इग्नोर करें। खासकर यदि वह APK फाइल हो, तो उसे कभी भी डाउनलोड न करें।
व्हाट्सएप पर आने वाली किसी भी फाइल को डाउनलोड करने से पहले, सुनिश्चित करें कि वह विश्वसनीय स्रोत से आई है। अगर यह किसी पहचान के नंबर से न आए, तो इसे बिना चेक किए डाउनलोड न करें।
अपने स्मार्टफोन में अच्छी सुरक्षा सेटिंग्स जैसे कि एंटीवायरस, एप्लिकेशन लॉक, और बायोमेट्रिक लॉक सक्षम करें। इसके अलावा, अपने फोन के अपडेट्स और सुरक्षा पैच नियमित रूप से चेक करें।
साइबर क्राइम से बचाव के टिप्स:
किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और अज्ञात स्रोतों से फाइल डाउनलोड न करें। अपने फोन और सोशल मीडिया अकाउंट्स की सुरक्षा को समय-समय पर चेक करते रहें। फोन में एंटीवायरस और पासकोड जैसे सुरक्षा फीचर्स का इस्तेमाल करें।
साइबर क्राइम के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन यदि हम सावधानी बरतें और जागरूक रहें, तो इन ठगों से बचाव संभव है। इसलिए, हमेशा सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत रिपोर्ट करें।