पीड़िता महिला ने नायब तहसीलदार से इंतकाल रोकने की लगाई गुहार
व्यूरो रिपोर्ट
उपमंडल ज्वाली में एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसके पति को बहला-फुसला कर धोखाधड़ी से लाखों की जमीन को कौडि़यों के भाव खरीदा गया है तथा पीड़िता महिला ने जमीन का इंतकाल रोकने की गुहार नायब तहसीलदार ज्वाली से लगाई है।
युक्त महिला विमला देवी पत्नी चैन सिंह निवासी खरीड़ी ने बताया कि वह बीपीएल परिवार से संबंध रखती है तथा उसके तीन बच्चे हैं। जिसमें दो लड़कियां व एक लड़का है। लड़कियों की शादी उसके देवर ने करवा दी है और लड़का किसी प्राइवेट फैक्टरी में काम करता है। उसके पति हर समय शराब के नशे में धुत रहता है।
पीड़िता ने बताया कि पति को खरीडी निवासी विधि सिंह घोड़ी खरीदने के बहाने 20 जनवरी 2022 को सुबह घर से ले गया था और शुक्रवार को पति को बहला-फुसला कर नाणा की 14 कनाल जमीन की रजिस्टरी किसी नाणा निवासी के नाम करवा दी। उसका पति अंगूठा छाप है तथा उसको तो पैसे भी गिनने नहीं आते हैं। पीड़िता ने बताया कि जैसे ही उसे इसकी भनक लगी तो अपने देवर रमेश चंद, समाजसेवी ओंकार सिंह राणा व राजीव पटियाल के पास गई व यह सारी घटना सुनाई।
पीड़िता महिला ने बताया कि तहसीलदार संत राम नागर को फोन पर सूचना दी गई कि इस रजिस्टरी को करने से पहले उसकी बात को सुन लिया जाए। लेकिन नायब तहसीलदार ज्वाली जगजीत सिंह ने उनके पहुंचने से पहले रजिस्टरी पास कर दी और उसकी रजिस्ट्रेशन भी हो गई।
पीड़िता बिमला देवी का रो-रो कर बुरा हाल है तथा कहा कि हमारा सब कुछ लुट गया है। उन्होंने लिखित रूप में नायब तहसीलदार ज्वाली से गुहार लगाई है कि उक्त जमीन का इंतकाल को रोक दिया जाए ताकि कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा सके।
पीड़िता के पति के समक्ष ही नियमानुसार हुई रजिस्टरी : जगजीत सिंह
नायब तहसीलदार जवाली जगजीत सिंह ने कहा कि उनके पास पीड़िता का पति स्वयं आया था तथा उसके बोलने उपरांत ही रजिस्टरी हुई है। उन्होंने कहा कि वह किसी की रजिस्टरी को कैसे रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि महिला ने इंतकाल रोकने को लिखित शिकायत दी है तथा इंतकाल को रोक दिया गया है। उन्होंने कहा कि मैं ज्यादा से ज्यादा दो माह तक इंतकाल रोक सकता हूं।