धर्मशाला- राजीव जस्वाल
हिमाचल प्रदेश राजकीय संस्कृत शिक्षक परिषद के समस्त शिक्षकों ने शास्त्री व भाषाध्यापकों की नियमितीकरण की प्रक्रिया में लेट-लतीफी के लिए कुछ जिला के शिक्षा विभाग की शिथिल प्रक्रिया पर आरोप लगाया है। शिक्षकों का कहना है ऊना, बिलासपुर हमीरपुर इत्यादि जिलों में प्रारंभिक शिक्षा विभाग के द्वारा नियमितीकरण के अभ्यर्थियों की सूची डाल दी गई है। जबकि जिन जिलों में मध्यावधि चुनाव प्रस्तावित हैं वहां पर नियमितीकरण की प्रक्रिया को रोक दिया गया है।
शिक्षकों का निर्वाचन आयोग से आग्रह रहेगा कि शिक्षकों की नियुक्ति एवं नियमितीकरण एक सतत् प्रक्रिया है। जिसे आचार संहिता के तहत हीं मानना चाहिए, क्योंकि जिन शिक्षकों की नियुक्ति इक्कट्ठी हुई है उनका नियमितीकरण समय पर होना चाहिए ताकि किसी भी शिक्षक के वरिष्ठता लाभ में किसी प्रकार की कोई समस्या न रहे। परिषद ने विभाग से भी यह मांग की है कि जल्द से जल्द शिक्षा विभाग से इसकी स्वीकृति लेकर शिक्षकों की नियमित किया जाना चाहिए।

