टांडा मेडिकल कालेज में फ्री में बनने वाली पर्ची की फीस लागू
काँगड़ा – राजीव जस्वाल
डाक्टर राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय टांडा अस्पताल में बुधवार 15 अक्तूबर से रजिस्ट्रेशन पर्ची फीस के 10 रुपए शुल्क लागू कर दिए गए हैं। बुधवार को टांडा मेडीकल कालेज व अस्पताल में सुबह जब मरीज रजिस्ट्रेशन पर्ची बनवाने पहुंचे, तो 10 रुपए फीस के रूप में लिए गए।
हालांकि प्रदेश के अधिकतर अन्य मेडिकल कालेजों में पर्ची के शुल्क लागू कर दिए गए हैं, लेकिन टांडा मेडीकल कालेज व अस्पताल में अभी तक रजिस्ट्रेशन पर्ची की कोई भी फीस नहीं ली जा रही थी। इसके साथ ही कुछ समय पहले ही आभा ऑनलाइन सुविधा को भी शुरू कर दिया गया है।
अब रजिस्ट्रेशन पर्ची के लिए ओटीपी के साथ ही 10 रुपए शुल्क भी चुकाना पड़ेगा। रजिस्ट्रेशन पर्ची के लिए ओटीपी के साथ ही 10 रुपए शुल्क से फर्जी पर्चियों बनने पर भी रोक लगेगी तथा इसके साथ ही टांडा मेडिकल कालेज व अस्पताल का रेवेन्यू भी बढ़ेगा। टांडा मेडिकल कालेज व अस्पताल में प्रतिदिन औसतन 2 हजार के करीब मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं।
दो हजार पर्ची के हिसाब से प्रतिदिन 20 हजार महीने के छह लाख तथा साल के 72 लाख रेवेन्यू की बढ़ोतरी होगी। इन 72 लाख से छोटी-मोटी कई मशीनों को खरीदा जा सकता है। विदित है कि टांडा मेडिकल कालेज व अस्पताल में 45 विधानसभाओं के छह जिलों चंबा, मंडी, ऊना, हमीरपुर कुल्लू और 15 लाख से ज्यादा आबादी वाले जिला कांगड़ा से प्रतिदिन हजारों की संख्या में मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं।
दूसरी तरफ त्योहारी सीजन के चलते जेब को सेक वैसे भी लग रहा है। ऊपर से गरीब मरीजों को मिलने वाली मुफ्त सुविधा को भी ब्रेक लगेगी और जेब से 10 रुपए रजिस्ट्रेशन पर्ची के भी देने पड़ेंगे। ऐसे में अब ऑनलाइन आभा या सुलभ का लाभ भी मरीजों को ऑफलाइन 10 रुपए का भुगतान कर पर्चियां बनाकर ही चुकाना पड़ेगा।
हालांकि मरीजों के चेहरों पर शिकन भी देखने को मिली, क्योंकि रजिस्ट्रेशन पर्ची के 10 लगने से कुछ मरीजों ने कहा कि लगता है कि इस तरह कुछ समय बाद मुफ्त के इलाज की सभी सुविधाएं भी बंद हो सकती हैं।