मंडी – अजय सूर्या
मेडिकल काॅलेज नेरचौक में एक बेहद दुर्लभ और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मानसिक रूप से अस्वस्थ एक महिला के पेट से डॉक्टरों की टीम ने लगभग एक फुट लंबा बालों का गुच्छा सफलतापूर्वक निकाला है।
बालों का गुच्छा महिला द्वारा वर्षों तक अपने ही बाल खाने के कारण पेट में जमा हो गया था। महिला को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद मेडिकल काॅलेज में भर्ती कराया गया।
प्रारंभिक जांच में अल्ट्रासाऊंड और सीटी स्कैन से पेट में एक असामान्य वस्तु पाई गई। जब विशेषज्ञों ने विस्तृत जांच की, तो यह स्पष्ट हुआ कि मामला ट्राइकोबेजोआर का है।
एक ऐसी दुर्लभ स्थिति, जिसमें बाल या अन्य अपाच्य पदार्थ पेट में जम जाते हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए, डाॅ. राहुल मृगपुरी और डाॅ. अजय की अगुवाई में लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की गई।
ऑप्रेशन के दौरान डाॅ. श्यामली, पंकज, और नर्सिंग स्टाफ चंद्र ज्योति व डिंपल ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ऑप्रेशन पूरी तरह सफल रहा और मरीज की हालत अब स्थिर है। उसे अस्पताल में निगरानी में रखा गया है।
मेडिकल सुपरिंटैंडैंट डाॅ. रजनीश शर्मा के बोल
मेडिकल सुपरिंटैंडैंट डाॅ. रजनीश शर्मा ने इस दुर्लभ केस की पुष्टि करते हुए बताया कि यह सिर्फ एक सर्जरी का मामला नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य की उपेक्षा का परिणाम है। उन्होंने कहा कि मानसिक रोगों को लेकर समाज में जागरूकता की भारी कमी है, जिसके चलते ऐसी जटिल स्थितियां उभरती हैं।
गौरतलब है कि फरवरी 2025 में भी इसी मेडिकल काॅलेज में ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जब एक मानसिक रोगी के पेट से कई असामान्य वस्तुएं निकाली गई थीं, विशेषज्ञों का कहना है कि ट्राइकोबेजोआर जैसी स्थितियां बेहद दुर्लभ होती हैं, लेकिन समय पर इलाज और मानसिक रोगों की सही पहचान से इनसे बचा जा सकता है।