बोले, भोरवल्ली में क्रेशर के अवैध खनन से पेयजल स्कीमें हो रही प्रभावित, मटमैला पानी पीने को लोग मजबूर, बिजली की आंख मिचौली व लो बोल्टेज से जनता परेशान, निकाला जाए कोई स्थायी हल
लंज – निजी संवाददाता
शाहपुर विधानसभा के चंगर क्षेत्र में लगातार बिजली व पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों की समस्याओं को देखते हुए पंचायत भरूपलाहड़, लंज, ठेहड़, मनेई, परगोड़, लपियाना व हारचक्कियां के प्रधानों ने एक जुट होकर नायब तहसीलदार हारचक्कियां डीसी राणा के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को ज्ञापन भेजा है।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि पिछले कुछ समय से भौरबल्ली केशर पर केशर मालिक द्वारा खड्ड के बीचों बीच अवैध खनन किया जा रहा है। जिससे पेयजल स्कीमें प्रभावित हो रही हैं और पेयजल स्कीमों का पानी गन्दा व् मटमैला हो रहा है और वही पानी लोगों को विभाग द्वारा दिया जा रहा है।
जब इस बारे विभाग से शिकायत की तो विभाग ने कहा कि क्रेशर मालिक नहीं मानता है और उनके कहने की विल्कुल परबाह नहीं करता है। साथ लगती लंज चौकी की पुलिस भी कोई कार्यवाही नहीं करती। जिसके चलते आज हम सभी प्रधान ज्ञापन के माध्यम से सरकार को अवगत करवाना चाहते हैं कि उपरोक्त केशर पर हो रहे अवैध खनन के कारण लगभग 15 पंचायतो की पानी की स्कीमें प्रभावित हो रही हैं।
यदि समय रहते इसका हल नहीं निकाला गया तो आने वाले समय में यह सारी स्कीमें ठप्प हो जाएँगी और भविष्य में विभाग व् लोगों को बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। साथ ही कहा कि उंन्होने पिछले कुछ समय से चंगर क्षेत्र की पंचायतों में बार बार बिजली बाधित हो रही है। जिस कारण इस गर्मी के मौसम में लोगों को बहुत परेशानी हो रही है। बिजली से सम्बंधित लोगों के सारे काम भी प्रभाबित हो रहे हैं।
यह विद्युत आपूर्ति लंज 33 केवी से की जाती है जो कि ग्रिड पावर स्टेशन देहरा में है। लोग अक्सर शिकायत करते हैं कि सरकार बार बार दावा करती है कि लोगों को मुफ्त बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है, परन्तु जब बिजली नहीं आएगी तो बिल किस चीज का आएगा।
अत: लोगों का कहना है कि सरकार हमसे बिजली का बिल ले ले परन्तु बिजली की आपूर्ति सुचारू रूप से दी जाये बिजली की आपूर्ति बाधित न हो और इसका स्थाई हल निकाला जाये। उंन्होने डीसी काँगड़ा, प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, विधायक केवल पठानिया से मांग उठाई है कि केशर मालिक पर सख्त कार्यवाही की जाये जिससे प्रभावित हो रही स्कीमें बच सकें। साथ ही बिजली की आंखमिचौली व लो बोल्टेज की समस्या से निजात दिलवाई जाए।