व्यूरो रिपोर्ट
सरकार की ओर से चलाई जा रही गरीब कल्याण योजनाओं से पात्र लोग कितने दूर हैं, इसका अंदाजा इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के तहत आती पंचायत भदरोआ की निर्मला देवी के हालात से लगाया जा सकता है। केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही विकास योजनाओं का भदरोआ पंचायत में रहने वाली 68 वर्षीय विधवा निर्मला देवी को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। उसकी मायूस आंखें पक्के आशियाने की राह ताक रही हैं। अब निर्मला देवी को मजबूरन अपना घर छोड़कर बेटी के ससुराल में शरण लेनी पड़ी है।
वह गरीबी और बेबसी की हालत में है। निर्मला ने बताया कि उसके मकान के लिए न तो पक्का रास्ता और न ही पेयजल की सुविधा है। उसके पति मजदूरी करते थे जिनका निधन हो गया है। उसकी चार बेटियां हैं जिनकी शादी हो चुकी है। आर्थिक तंगी के कारण मुश्किल से घर का गुजारा होता था। इस कारण वे किसी भी लड़की को नहीं पढ़ा सके। उन्होंने जैसे-तैसे कर बेटियों की शादी की। वे भी ससुराल में दयनीय स्थिति में जीवनयापन कर रही हैं।
प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत मिले पक्का मकान
निर्मला देवी ने कहा उसके लिए सरकारी योजनाएं महज एक सपना हैं। उसे मुश्किल से विधवा पेंशन लगी है। उज्ज्वला योजना के तहत न तो उसे गैस कनेक्शन मिला और न शौचालय की सुविधा है। पेयजल के लिए भी उसके घर नल नहीं है। बारिश में छत टपकती है।
उसे मुख्यमंत्री आवास योजना या प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास की सुविधा नहीं मिली है। निर्मला ने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि उसे प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान मिले जिससे वह जीवन चैन से बिता सके।
क्या कहती हैं पंचायत प्रधान
पंचायत प्रधान भदरोआ कविता देवी का कहना है निर्मला देवी का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शामिल किया गया है। जब सरकार की तरफ से बजट आएगा तो उसे मकान मुहैया करवा दिया जाएगा।
क्या कहते हैं विकास खंड अधिकारी
इंदौरा बीडीओ कर्म चंद नरयाल का कहना है मामले की पड़ताल की जाएगी। बुजुर्ग महिला की हर संभव मदद की जाएगी। उच्च अधिकारियों को इस संबंध में सूचना दी जाएगी।