धर्मशाला- राजीव जस्वाल
आदि हिमानी चामुंडा मंदिर एक धार्मिक स्थल ही नहीं बल्कि ऐतिहासिक महत्व वाला स्थल भी है। यहां राजा चंद्र भान जैसे राजाओं के साथ क्ई तपस्वियों ने सिद्धि भी प्राप्त की हैं । दस हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित मंदिर के समीप प्राकृतिक आभा भी देखने योग्य है। लेकिन आज तक मंदिर को वैष्णों देवी माता की तर्ज पर विकसित करने की योजना सिरे नहीं चढ़ पाई ।
हालांकि 2017 के दौरान मंदिर न्यास बैठक में भी धार्मिक स्थल को पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित करने की चर्चा की गई। परंतु आज तक इस पर किसी ने गौर नहीं की । यदि इस स्थल को योजनाबद्ध तरीके से विकसित किया जाए तो वैष्णों देवी मंदिर की तरह यहां भी देश विदेश के पर्यटक आ सकते हैं।
यह बोले मंदिर न्यास के सदस्य सुरेंद्र राणा व अन्य
मंदिर न्यास सदस्य सुरेंद्र राणा ने कहा कि वर्ष 2017 के दौरान हिमानी मंदिर को वैष्णों देवी की तर्ज पर विकसित करने के लिए न्यास बैठक में विस्तार से चर्चा की गई ,इसके लिए कुछ योजनाएं भी बनाई गई ,लेकिन वाद में सभी ठंडे बस्ते में पड़ा गई। प्रवीण कुमार ने कहा कि हिमानी चामुंडा मंदिर एक धार्मिक ही नहीं बल्कि ऐतिहासिक महत्व भी रखता है। इसे विकसित करने के लिए सरकार ओर प्रशासन को उचित कदम उठाने चाहिए।
पठियार पंचायत के प्रधान विपिन कुमार व मंदिर न्यास सदस्य मनू सूद ने कहा कि दस हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित हिमानी चामुंडा मंदिर एक मनोरम स्थल है। इसे धार्मिक ही नहीं पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की जरूरत है। जिससे मंदिर ही नहीं पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इस संबंध में 15 अप्रैल को मंदिर न्यास बैठक में विस्तार से चर्चा की जाएगी ।वाकि विकास कार्यों में तेजी लाने का प्रस्ताव रखा जाएगा।