कुल्लू, आदित्य
धार्मिक नगरी मणिकर्ण स्थित ब्रह्मगंगा में आई बाढ़ ग्रामीण रोशन लाल के हाथ से पोते व बहू को छिटक कर ले गई। बुधवार सुबह सवा छह बजे के करीब बाढ़ ने इस परिवार को गहरे जख्म दिए हैं। हालांकि अपनों की तलाश में रिश्तेदार पार्वती नदी किनारे की ओर निकल पड़े, लेकिन शाम तक कोई सुराग नहीं मिल पाया।
जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह जैसे ही नाले में आए बाढ़ के पानी ने घरों की तरफ रुख मोड़ा, तो क्षेत्र के लोग सुरक्षित जगहों की तरफ भागने लगे। इसी दौरान रोशन लाल भी अपने परिवार के साथ सुरक्षित जगह की ओर निकल रहा था।
इसी बीच अचानक बाढ़ रोशन लाल के चार वर्षीय पोते निकुंज और 26 वर्षीय बहू पूनम को आगोश में ले लिया। हालांकि रोशन ने नाले को पार करने के लिए बहु को हाथ भी दिया था, लेकिन बाढ़ ने हाथ को और दूर कर दिया दिया। इस दौरान पूनम ने अपने बेटे को पीठ उठा रखा था। कुछ दूरी तक पूनम बचाने के लिए हाथ हिलाती भी रही, लेकिन बाढ़ का रौद्र रूप ने पलभर में मां और बेटे को बहा दिया।
इसके बाद पानी कम हुआ, लेकिन उनका कोई अता-पता नहीं लगा। वहीं, पूनम का पति रोहित कुमार, ससुर रोशन लाल सहित परिवार के सदस्य बेसुध पड़े हैं।