मंडी – अजय सूर्या
स्टेट इलैक्ट्रिसिटी बोर्ड इम्प्लॉइज स्मार्ट मीटरिंग बिजली बोर्ड़ की लगातार बिगड़ती हुई वित्तीय स्थिति कर्मचारियों की घटती संख्या व पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर वीरवार को मंडी में कंवेंशन का आयोजन किया। जिसमें सैंकड़ों कर्मचारियों, पेंशनर्ज व जन प्रतिनिधियों ने भाग लिया
यूनियन के महासचिव हीरा लाल वर्मा ने प्रदेश सरकार व प्रदेश की जनता से बिजली बोर्ड़, जो प्रदेश का बहुत बड़ा सर्विस सेक्टर है को बचाने के लिए आगे आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड वर्तमान में प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को 2300 करोड़ रुपये की सबसिडी दे रही है और प्रदेश सरकार उसके रोलबैक करने असमर्थ है। ऐसे में बोर्ड़ के अस्तित्व पर बहुत बडा प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है।
उन्होंने प्रदेश के उपभोक्ताओं से अपील की है कि वह बिजली बिलो में दी जा रही सबसिडी न लेकर बोर्ड को इस वितीय संकट से बाहर निकालने में मदद करे। उन्होंने बताया कि प्रदेश का वह सरकारी उपक्रम जहाँ कर्मचारी अपनी शहादत देकर प्रदेश के लोगों को बेहतर बिजली उपलब्ध करवा रहे हैं उसमें वर्ष 2003 के बाद लगे कर्मचारियों को अभी तक पुरानी पेंशन के लाभ से वंचित रखा गया है। जबकि दूसरे सभी इदारों में जहां पुरानी पेंशन थी को यह लाभ दे दिया गया है।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष केड़ी शर्मा, बोर्ड पेंशन फोरम के अध्यक्ष ईएएस गुप्ता व महासचिव चंद्र सिंह मंडयाल, पावर इंजीनियर एसोसिएशन से अरुण कुमार तथा पूर्व में रहे अध्यक्ष कुलदीप खरवाड़ा तथा पंचायत व महिला मंडल के प्रतिनिधियों उपस्थित रहे।