सुलह के निजी स्कूलों को बनाया जा रहा है आरएसएस का अड्डा,खुलेआम को रही है इनमें राजनीती, आरएसएस कर रही है सांप्रदायिकता और जातिवाद को बढ़ावा देने का काम, ब्रिटिश राज में आरएसएस ने साथ दिया था अंग्रेज़ों का इतिहास गवाह है इस बात का: संजय चौहान
हिमखबर डेस्क
प्रदेश कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के चेयरमैन संजय सिंह चौहान ने गरजे हुए कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि आरएसएस जैसे साम्प्रदायिक संगठन जिन्हें पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में प्रतिबंधित कर दिया गया था आज देश में सांप्रदायिकता और जातिवाद को बढ़ावा दे रहा है।
आज जहाँ भारत की जरूरत रोज़गार, महंगाई, विकास है वहाँ केंद्र सरकार देश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए आरएसएस की गतिविधियों को आगे ला कर बढ़ावा देने का काम कर रही है और यही कार्य सुलह के विधायक सुलह में कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि सुलह के निजी स्कूलों को बनाया जा रहा है राजनीती का अखाड़ा और इन्हीं स्कूलों में चलाई जा रही हैं आरएसएस की शाखाएं! दुःख की बात है कि इन निजी स्कूलों
शिक्षा कम और राजनीती ज़्यादा पढ़ाई जा रही
संजय सिंह चौहान ने कहा कि आरएसएस यह तो बताए की जब देश में स्वतंत्रता की लड़ाई चल रही थी तो आरएसएस के लोग अंग्रेजों की चमचागीरी कर रहे थे।
आज भी उनकी रूढ़िवादी सोच उनके अनुयायियों पर अत्यंत हावी है जिसके चलते उनकी सोच नलकूप के मेढ़क की तरह एक ही दायरे में घूम रही है।
यूँ तो आरएसएस के अनुयायि विदेश की चीजों की बात करते हैं लेकिन खुद हर विदेशी वस्तु का उपयोग करते हैं और विदेश जाने की होड़ में सबसे आगे लगे हैं।
चौहान ने यह भी कहा आरएसएस के नेता यह तो बताएं कि आपदा पीड़ितों के लिए उनका क्या योगदान रहा है वो यह तो बताएँ आपदा पीड़ित क्षेत्र में उन्होंने कितने लोगों को घर बना कर दिए और कितना राशन उन्हें उपलब्ध करवाया।
वो ये भी बताएँ कितनी जगहों पर उन्होंने लंगर लगाए और कितनों को आर्थिक सहायता आरएसएस द्वारा पीड़ितों को पहुंचाई गई।