ऊना- अमित शर्मा
नैशनल हैल्थ मिशन के कर्मचारी अब 27 जनवरी से काले बिल्ले लगाकर सरकार के खिलाफ रोष जताते हुए काम करेंगे। वहीं 2 फरवरी से सभी कर्मी हड़ताल पर चले जाएंगे। यह ऐलान एन.एच.एम. अनुबंध कर्मचारी संघ ने मंगलवार को मुख्यमंत्री के संबोधन के उपरांत किया है।
हिमाचल प्रदेश राज्य स्वास्थ्य समिति (नैशनल हैल्थ मिशन) अनुबंध संघ के कर्मचारियों ने हिमाचल प्रदेश सरकार को रैगुलर स्केल की मांग को पूरी करने का अल्टीमेटम दिया था जिसमें स्थाई निति बनाने की अधिसूचना जारी करने की मांग रखी गई थी परन्तु हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा उनकी इस मांग को लेकर कोई भी घोषणा हिमाचल प्रदेश सरकार के द्वारा नहीं की गई जिसको लेकर कर्मचरियों में खासी निराशा व्याप्त है और अब नाराज कर्मचारियों ने 27 जनवरी से काले विल्ले लगा कर काम करने का निर्णय लिया है।
संघ के महासचिव गुलशन कुमार ने बताया कि प्रदेश भर में लगभग 1700 कर्मचारी हैं जो विभिन्न स्वास्थ्य समितियों के अंतर्गत पिछले 23 वर्षों (1998) से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत अपनी सेवाएं दे रहे हैं परन्तु हिमाचल प्रदेश सरकार के द्वारा न तो आज दिन तक इन कर्मचारियों का नियमितिकरण किया जा सका और न ही रेगुलर पे स्केल का लाभ इन कर्मचारियों को दिया जा रहा है जिससे की इन कर्मचारियों में खासा रोष व्याप्त है।
गुलशन ने कहा कि हरियाणा सरकार के द्वारा अपने राज्य में कार्यरत एन.एच.एम. के कर्मचारियों को 01.01.2018 से रेगुलर पे स्केल का लाभ दिया जा रहा है। अनुबंध कर्मचारियों की सुध न लेना व उनकी सेवाओं को नजरंदाज करना सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा, मणिपुर, छत्तीसगढ़, मिजोरम, आन्ध्र प्रदेश, राजस्थान की सरकारें स्थाई पालिसी बना चुकी हैं।