शिमला – नितिश पठानियां
मुख्य निर्वाचन अधिकारी, हिमाचल प्रदेश के दिशा-निर्देशों के अनुरूप आज जिला शिमला के समस्त शैक्षणिक संस्थानों में ‘इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब (ELC)’ गतिविधियों का आयोजन किया गया।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि हर महीने के तृतीय शनिवार को जिला के सभी शिक्षण संस्थानों में ‘इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब (ELC)’ की गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। इसका उद्देश्य युवा मतदाताओं और विद्यार्थियों में चुनावी प्रक्रिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें लोकतांत्रिक मूल्यों से जोड़ना है।
उन्होंने बताया कि इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब (ELC) शिक्षण संस्थानों में स्थापित विशेष इकाईयाँ हैं, जो विद्यार्थियों और युवाओं को मतदाता शिक्षा, चुनावी प्रक्रिया, और लोकतांत्रिक अधिकारों व कर्तव्यों के बारे में जागरूक करने का कार्य करती हैं।
इन क्लबों के माध्यम से विभिन्न गतिविधियाँ जैसे संगोष्ठियाँ, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएँ, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर मेकिंग, और मतदाता पंजीकरण अभियान आयोजित किए जाते हैं। इन गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य युवाओं को मतदान के महत्व, मतदाता सूची में पंजीकरण की प्रक्रिया, और चुनावी प्रणाली की पारदर्शिता के बारे में जानकारी प्रदान करना है।
प्रत्येक माह के तृतीय शनिवार को सभी स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, और अन्य शिक्षण संस्थानों में ELC की गतिविधियाँ आयोजित करना अनिवार्य होगा। इन गतिविधियों में विद्यार्थियों को मतदाता जागरूकता से संबंधित रोचक और शैक्षिक कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिलेगा। विशेष रूप से 18 वर्ष से अधिक आयु के उन विद्यार्थियों को लक्षित किया जाएगा जो अभी तक मतदाता सूची में पंजीकृत नहीं हैं। इसके लिए संस्थानों को विशेष पंजीकरण शिविर आयोजित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि सभी उपमंडलाधिकारियों (SDM), जो संबंधित विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी भी हैं, को इन गतिविधियों के सफल आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके अतिरिक्त, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, नायब तहसीलदार (निर्वाचन), और निर्वाचन कानूनगो को भी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में इन कार्यक्रमों की निगरानी और समन्वय करने के लिए निर्देशित किया गया है।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, उच्च शिक्षा उपनिदेशक, और सभी आईटीआई संस्थानों के प्राचार्यों को भी अपने संस्थानों में ELC इकाइयों को सक्रिय करने और छूटे हुए मतदाताओं के पंजीकरण के लिए विशेष अभियान चलाने के लिए कहा गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी, हिमाचल प्रदेश तथा जिला निर्वाचन अधिकारी (उपायुक्त) स्वयं इस पहल की प्रगति का अवलोकन करेंगे और समय-समय पर विभिन्न शिक्षण संस्थानों का दौरा कर ELC गतिविधियों का मूल्यांकन करेंगे। जिससे इन गतिविधियों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करेगा, बल्कि शिक्षण संस्थानों को और अधिक सक्रियता के साथ इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा।
उपायुक्त ने बताया कि इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब (ELC) की गतिविधियाँ मतदाता जागरूकता को बढ़ाने में सहायक होगी, बल्कि युवा पीढ़ी को लोकतंत्र के प्रति जवाबदेह और सक्रिय नागरिक बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह प्रयास नई पीढ़ी को चुनावी प्रक्रिया से जोड़ने, मतदान के प्रति उनकी रुचि बढ़ाने, और लोकतांत्रिक मूल्यों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक ठोस कदम है।
जिला निर्वाचन अधिकारी (उपायुक्त), शिमला ने सभी शिक्षण संस्थानों और संबंधित अधिकारियों से अपील की है कि वे मतदाता भागीदारी को बढ़ाने और लोकतंत्र की जड़ों को और गहरा करने की दिशा में सहयोग करते हुए इस पहल को सफल बनाने के लिए पूर्ण सहयोग प्रदान करें।