धर्मशाला में सरस मेले में विजय की कलाकृतियां बढ़ा रही शोभा
आखिर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य पांच अगस्त 2020 को शुरू किया जा चुका है, और वर्ष 2025 में राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन देवभूमि हिमाचल में एक कारीगर ने बांस से ही अयोध्या राम मंदिर का हू-ब-हू मंदिर का निर्माण कार्य लगभग पूरा कर दिया है। अब कुछ समय की मेहनत की बात देवभूमि हिमाचल में भव्य अयोध्या राम मंदिर के दर्शन किए जा सकते हैं।
शाहपुर के रैत के कारीगर विजय मेहरा ने बांस से प्रस्तावित भव्य राम मंदिर का निर्माण कड़ी मेहनत से किया है।हिमाचल के धर्मशाला स्टेडियम संग बड़ी इमारतों-धरोहरों को भी बांस से ही तराश कर राज्य म्यूजिम की भी शोभा बढ़ाई है। इतना ही नहीं, बांस से तैयार की गई कलाकृतियों को देश के राष्ट्रपति सहित कई बड़ी हस्तियों को राज्य में पधारने पर बतौर स्मृति चिन्ह भी भेंट किया जा चुका है।
धर्मशाला में दस दिवसीय सरस मेले में कलाकार विजय मेहरा की कलाकृतियां विशेष रूप से शोभा बढ़ा रही हैं। साथ ही सभी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। राज्य स्तरीय सरस मेले में देश भर सहित हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों के कारीगरों व कलाकारों के हाथों से बनाए गई वस्तुएं हर किसी को आकर्षित कर रही हैं।
इसी बीच सरस मेले में रैत ब्लॉक के तहत बांस की लगाई गया स्टॉल हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। हिमाचल में बड़ी मात्रा में पाए जाने वाले बांस की आश्चर्यजनक कलाकृतियों को तैयार करने में हो रहे प्रयोग को देखकर हर कोई दंग रह जा रहा है।
यू-टयूब से सीखा
इतना ही नहीं शाहपुर के बांस के कारीगर विजय मेहरा ने अयोध्या राम मंदिर निर्माण होकर तैयार होने वाले मंदिर को यू-टयूब व अन्य सोशल मीडिया में अन्य ड्राइंग को देखकर पूरी तरह से हू-ब-हू पूरी तरह से तैयार कर दिया है।
विजय मेहरा का कहना है कि अयोध्या राम मंदिर का पांच अगस्त, 2020 को कार्य आरंभ हुआ था, उसके बाद से ही काम करना शुरू कर दिया था। इसके बाद कड़ी मेहनत के बाद बांस से ही राम मंदिर के भव्य स्वरूप को उखेर दिया है। इससे पहले विजय मेहरा हिमाचल की बड़ी इमारतों, धरोहरों सहित सभी मंदिरों को भी बांस की कलाकृतियों में उतार चुके हैं।
विजय मेहरा ने बताया कि वह लगातार बांस को नए तरीके से प्रयोग करके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब अपने प्रयासों को तेज करते हुए हिमाचल की धरोहरों-मंदिरों के बाद अब अयोध्या राम मंदिर को भी तैयार किया है, जिसे कुछ समय में कुछ कार्यों के बाद पूरा कर लिया जाएगा।